साउथ अफ्रीका से लाइव रिपोर्ट: नए साल के पहले दिन सुबह सुबह टीम इंडिया जब केपटाउन शहर के खूबसूरत मैदान न्यूलैंड्स में अभ्यास करने के लिए पहुंची तो विराट कोहली की एक झलक देखने के लिए उनके चाहने वालों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. कोहली जब मैदान के अंदर प्रवेश कर रहे थे तो कुछ भारतीय समर्थकों ने लगातार उनसे सेल्फी लेनी की गुज़ारिश की लेकिन दिग्गज बल्लेबाज के चेहरे पर निराशा के भाव देखकर ऐसा लगा कि वो अब भी पिछले टेस्ट की करारी हार से आहत हैं. नेट्स में काफी देर तक जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ पसीना बहाने के बाद कोहली ने करीब 20 मिनट कोच राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत में बिताया. ये तो पता नहीं लगा पाया कि वो दोनों दिग्गज किस मुद्दे पर बात कर रहे थे लेकिन इतना आसानी से समझा जा सकता है कि दोनों का लक्ष्य हर हाल में केटटाउन में जीत हासिल करने का ही होगा. महेंद्र सिंह धोनी को छोड़कर कोई और भारतीय कप्तान दक्षिण अफ्रीकी जमीं से बिना सीरीज गंवाए देश नहीं लौटा है. कोहली और द्रविड़ भी ऐसे कप्तान रह चुके हैं जो बेहतरीन खेल दिखाने के बावजूद इस मुल्क से हार कर ही लौटे.
ऐसे में दोनों निश्चित तौर पर पूरी टीम के साथ मिलकर ये कोशिश करेंगे कि भले ही 32 साल में पहली बार अफ्रीकी ज़मीं पर टेस्ट सीरीज़ जीतने का सपना पूरा ना हो पाया हो लेकिन बिना हारे घर लौटने से काफी हद तक सम्मान को बचाया जा सकता है. वैसे सोमवार को नैट्स के दौरना कप्तान रोहित शर्मा के अलावा रविंद्र जडेजा और यशस्वी जायसवाल भी इस सत्र में अभ्यास के लिए नहीं आए क्योंकि ये वैकल्पिक अभ्यास सत्र था. वैसे भी इन तीनों ने 30 दिसंबर को जमकर अभ्यास किया था जब ज़्यादातर खिलाड़ियों ने आराम का फैसला किया था. मैच से ठीक एक दिन पहले फिर से वैकल्पिक सत्र होगा जिसमें ये तीनों खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं.
टीम इंडिया के नेट्स सत्र और केपटाउन में जबरदस्त गर्मी को देखते हुए ऐसा आभास होता है कि ये पिच शायद तेज गेंदबाज़ों को लिए सेंचुरियन की तरह स्वर्ग साबित ना हो. ऐसे में टीम इंडिया के लिए ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर की जगह रवींद्र जडेजा को शामिल किया जा सकता है. वैसे भी बहुत सारे जानकारों की राय यही है कि चाहे पिच कैसी भी हो, भारत को अपने टॉप 5 गेंदबाज़ ज़रुर खिलाने चाहिए. ऐसे में अश्विन के साथ जडेजा भी निश्चित तौर पर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ टॉप चार में शुमार हैं. पांचवे गेंदबाज़ के चयन के लिए टीम इंडिया को थोड़ी समस्या आ सकती है क्योंकि आवेश ख़ान टीम के साथ जुड़ चुके हैं और उन्होंने भी काफी देर तक गेंदबाज़ी अभ्यास किया. लेकिन, सेंचुरियन टेस्ट में प्रसिद्ध कृष्णा की साधारण शुरुआत को देखने के बाद टीम मैनेजमेंट दूसरे टेस्ट में मुकेश कुमार के साथ ही जाना पंसद करेगी. वैसे भी मुकेश के पास वेस्टइंडीज में टेस्ट क्रिकेट खेलने का अनुभव हासिल हो चुका है और इस दौरे पर भी कोच द्रविड़ और गेंदबाज़ी कोच पारस महाम्ब्रे उनके साथ काफी वक्त बिता रहे हैं. 30 दिसंबर को जब मुकेश ने रोहित शर्मा के ख़िलाफ़ एख लंबा स्पेल डाला तो उन्होंने दिग्गज बल्लेबाज़ को भी एक-दो मर्तबा परेशान किया. इसके बाद रोहित ने करीब 15 मिनट तक के साथ मुकेश के साथ गहरी बात-चीत की मुद्रा में दिखे.
केपटाउन टेस्ट कई मायनों में टीम इंडिया के लिए साल 2024 की सबसे मुश्किल चुनौती साबित हो सकता है क्योंकि इसके बाद भारत को विदेशी जमीं पर टेस्ट मैच साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया जाकर खेलना है. उससे पहले सिर्फ घरेलू मैदान पर टेस्ट मैच आयोजित होने हैं जहां पिछले 19 सालों में मेज़बान सिर्फ एक ही सीरीज हारा है. ऐसे में टीम इंडिया के हर खिलाड़ी की कोशिश यही रहेगी कि जिस तरह से टी20 सीरीज 1-1 से बराबर रही तो टेस्ट सीरीज़ का भी नतीजा वही रहे. अगर ऐसा होता है तो टीम इंडिया के लिए साउथ अफ्रीका का दौरा निश्चित तौर पर कामयाब माना जाएगा क्योंकि वनडे सीरीज में उन्होंने 2-1 से जीत हासिल की थी.
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FIRST PUBLISHED : January 1, 2024, 22:23 IST