DMCA.com Protection Status ये हैं वे 5 टीके जो जवानी में भी लगवा सकते हैं आप, किन बीमारियों से होगा बचाव, डॉ. से जानें – News Market

ये हैं वे 5 टीके जो जवानी में भी लगवा सकते हैं आप, किन बीमारियों से होगा बचाव, डॉ. से जानें

ये हैं वे 5 टीके जो जवानी में भी लगवा सकते हैं आप, किन बीमारियों से होगा बचाव, डॉ. से जानें

[ad_1]

Recommended Vaccines for adults: एक कोविड-19 की वैक्‍सीन को छोड़ दें तो भारत में अधिकांश वैक्‍सीनेशन बचपन में ही किया जाता है. चाहे लड़की हो या लड़का भारत सरकार के राष्‍ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत बच्‍चों को जन्‍म से लेकर 15 साल की उम्र तक टीके लगाए जाते हैं. बेहद कम ही देखा गया है कि युवावस्‍था या जवानी में लोग किसी बीमारी का टीका लगवाते हैं लेकिन भारत में कुछ ऐसी वैक्‍सीन मौजूद हैं जो जवानी में भी लगवा ली जाएं तो सेहत दुरुस्‍त रहती है और अक्‍सर होने वाली कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है. आइए ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज नई दिल्‍ली के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्र से जानते हैं उन 5 टीकों के बारे में जो आप जवानी से लेकर बढ़ापे तक लगवा सकते हैं…

कौन कौन से हैं टीके..

1 . ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वैक्‍सीन
हाल ही में सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से बनाई गई एचपीवी की वैक्‍सीन सर्वावैक को छोटी बच्चियों को दिया जा रहा है. भारत सरकार 9 से 14 साल की बच्चियों को यह वैक्‍सीन फ्री लगाएगी. फिलहाल लड़कों को निशुल्‍क वैक्‍सीन भले ही नहीं लगाई जा रही हालांकि इस वैक्‍सीन को महिला और पुरुष दोनों ही लगवा सकते हैं. डॉ. मिश्र कहते हैं कि जहां इसे महिलाएं 46 की उम्र तक लगवा सकती हैं, वहीं पुरुष भी इस वैक्‍सीन को बेस्‍ट रिजल्‍ट के लिए 26 साल की उम्र से पहले-पहले या इससे ज्‍यादा उम्र में भी लगवा सकते हैं.

2. हेपेटाइटिस ए का टीका
हेपेटाइटिस ए यानि एचएवी वायरस का टीका भारत में राष्‍ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में नहीं है लेकिन इस टीके को 1 साल की उम्र के बाद कभी भी लगवाया जा सकता है. हेपेटाइटिस ए से होने वाले 70 फीसदी मामलों में पीलिया होता है और यह लिवर का गंभीर रोग होता है. सबसे बड़ी बात है कि यह संक्रमित खाने-पीने से एक दूसरे में भी फैल जाता है. भारत में कई बार इसका आउटब्रेक भी देखा गया है. इसलिए कोई भी महिला हो या पुरुष इस वैक्‍सीन को जवानी में भी लगवा सकते हैं.

3. टायफॉइड का टीका
टाइफॉइड ऐसी बीमारी है जो भारत में एक न एक बार अधिकांश आबादी को होती ही है. हालांकि इसका टीका सरकारी सारिणी के तहत नहीं दिया जाता. ऐसे में कुछ लोग टॉइफाइड की वैक्‍सीन को पैसे खर्च करके नहीं लगवाते हैं. जबकि इसे लगवाना चाहिए. अच्‍छी बात है कि यह टीका 2 साल की उम्र के बाद कभी भी लगवाया जा सकता है. कोई भी महिला और पुरुष दो तरह से टायफॉइड का टीका ले सकते हैं, पहला है टाइफाइड कंजुगेट वैक्‍सीन यानि इंजेक्‍शन के माध्‍यम से और दूसरा है टीवाई 21 ए यानि ओरल वैक्‍सीन के रूप में.

4. येलो फीवर
येलो फीवर यानि पीला बुखार एक मच्‍छर के काटने से होता है. भारत में इसका टीका भी मौजूद है और यह पूरी तरह इस बुखार के खिलाफ इम्‍यूनिटी बनाने में कारगर है. इसे 30, 40 या 50 किसी भी उम्र में लगवा सकते हैं. दक्षिण अफ्रीकी देशों में अक्‍सर इस बुखार का आउटब्रेक होता है, हालांकि भारत में इसके केसेज आए हैं और यह भी ऐसी वैक्‍सीन है जिसे कोई भी लगवा सकता है.

5. हर्पीज की वैक्‍सीन
डॉ. मिश्र कहते हैं कि हर्पीज रोग की वैक्‍सीन जोस्‍टेवैक्‍स भी इस बीमारी से बचाव में कारगर है. इस बीमारी में हर्पीज सिंप्लेक्स वायरस संक्रमण के कारण त्वचा, मुंह, होंठ (मुंह के छाले), आंखों या जननांगों पर छोटे, दर्दनाक, लिक्विड से भरे फफोले हो जाते हैं. यह बहुत ही संक्रामक वायरल संक्रमण होता है. हालांकि इसकी वैक्‍सीन को किसी भी उम्र में लगवाकर इससे बचा जा सकता है.

Tags: Cervical cancer, Health News, Hepatitis C, Lifestyle, Trending news

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *