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इंटरमिटेंट फास्टिंग का क्रेज बन सकता है मौत की वजह ! वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा

इंटरमिटेंट फास्टिंग का क्रेज बन सकता है मौत की वजह ! वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा

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हाइलाइट्स

दिनभर फास्टिंग करना और सिर्फ 8 घंटे के बीच खाना खाने से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ता है.
एक हालिया स्टडी में इंटरमिटेंट फास्टिंग की 16:8 विंडो को हार्ट के लिए खतरनाक माना गया है.

Intermittent Fasting Risk: आजकल आपने इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे में सुना होगा. बड़ी संख्या में लोग वजन घटाने और फिटनेस दुरुस्त करने के लिए इस फास्टिंग को फॉलो कर रहे हैं. महिलाओं के बीच इंटरमिटेंट फास्टिंग को लेकर काफी क्रेज देखा जा रहा है. एक्सपर्ट्स की मानें तो इंटरमिटेंट फास्टिंग एक खास तरह का ईटिंग प्लान होता है. इसमें व्यक्ति पूरे दिन में एक निश्चित समय पर खाना खाता है और बाकी वक्त फास्टिंग की जाती है. इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई पैटर्न होते हैं, लेकिन सबसे ट्रेंडिंग पैटर्न 16:8 विंडो है. इस पैटर्न के तहत व्यक्ति दिन में 16 घंटे फास्टिंग करता है और सिर्फ 8 घंटों के दौरान ही खाना खाता है. इसमें लोगों को सिर्फ पानी पीकर फास्टिंग करनी होती है. हालांकि इंटरमिटेंट फास्टिंग का यह पैटर्न जानलेवा भी हो सकता है. इसका खुलासा वैज्ञानिकों ने किया है.

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के एपिडेमियोलॉजी एंड प्रीवेंशन, लाइफस्टाइल एंड कार्डियोमेटाबॉलिक साइंटिफिक सेशन 2024 में प्रस्तुत की गई एक स्टडी में चौंकाने वाली बात सामने आई है. इसमें कहा गया है कि जो लोग 16:8 विंडो वाली फास्टिंग करते हैं, उनमें हार्ट डिजीज से मौत का खतरा ज्यादा होता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि पूरे दिन में खाने के लिए सिर्फ 8 घंटे या इससे कम समय सीमित करने से हार्ट हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हो सकती है. जो लोग दिन में 12 से 16 घंटे तक कुछ न कुछ खाते रहते हैं, उनके मुकाबले सिर्फ 8 घंटे के बीच खाना खाने वालों को हार्ट डिजीज से मौत का खतरा 91 फीसदी ज्यादा होता है. शोधकर्ताओं ने यह बातें स्टडी में शामिल 20,000 से अधिक अमेरिकी वयस्कों के डाटा का विश्लेषण करने के बाद कही हैं.

टाइम रेस्ट्रिक्टेड ईटिंग एक तरह की इंटरमिटेंट फास्टिंग है. जिसमें खाने-पीने का टाइम निश्चित कर दिया जाता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि बहुत से लोग जो टाइम रेस्ट्रिक्टेड डाइट को फॉलो करते हैं और 16:8 विंडो को सेट करते हैं. इस दौरान वे सिर्फ 8 घंटे में दिनभर के लिए खाना खाते हैं और बाकी 16 घंटों तक फास्टिंग करते हैं. पिछली कई रिसर्च में इस फास्टिंग को ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और वजन घटाने में कारगर माना गया था, जिसकी वजह से फास्टिंग का यह तरीका लोगों के बीच यह तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. हालांकि कई हेल्थ एक्सपर्ट्स भी वजन घटाने के लिए इस तरह की फास्टिंग करने की सलाह नहीं देते हैं और इसके बजाय हेल्दी तरीकों से वेट लॉस को बढ़ावा देते हैं. जानकारों की मानें तो अगर आप किसी हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे हैं, तो इस फास्टिंग से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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Tags: Health, Heart attack, Lifestyle

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