[ad_1]
शशिकांत ओझा/पलामू. गर्मी का मौसम आते ही सबसे ज्यादा डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है. इस मौसम में कुछ खास सावधानियां रखने की जरूरत होती है, फिर चाहे वह बच्चे हों, युवा हों या बुजुर्ग. भीषण गर्मी, तेज धूप और गर्म हवाओं से हीट-स्ट्रोक के चांस भी बढ़ जाते हैं, जिससे लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं. इससे बचने के लिए कुछ खास बातों पर ध्यान देने की जरूरत है. आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं कि किन उपायों से लू में अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं.
दरअसल, गर्मी का मौसम कई बीमारियां लेकर आता है. पलामू के सिविल सर्जन डॉ.अनिल कुमार ने लोकल18 को बताया कि गर्मी के मौसम में सबसे पहले घमौरियां होने के चांस बढ़ जाते हैं. इसके साथ साथ सनबर्न, हीट-स्ट्रोक का भी खतरा रहता है.
इस मौसम में अतिआवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें. साथ ही लिक्विड डाइट का ध्यान रखें. स्कूली बच्चों को टिफिन में लिक्विड डाइट देनी चाहिए. अगर बच्चे, बड़े या बूढ़े, कोई भी घर से बाहर निकल रहे हैं, तो पूरे बदन को ढंककर रखें. सूती और ढीले कपड़े पहनकर चलें. घर से निकलते समय छाता, टोपी या गमछे का जरूर प्रयोग करें. ताकि धूप से बच सकें. हर आधे या एक घंटे में तरल पदार्थ का सेवन करते रहें.
हीट-स्ट्रोक से बचने के उपाय
डॉक्टर ने आगे बताया कि गर्मी के दिनों में शरीर में पानी की मात्रा कम होने से हीट-स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इस दौरान चक्कर भी आ सकते हैं. हीट-स्ट्रोक आने पर पीड़ित को किसी छांव वाले स्थान पर रखें और भीगे वस्त्र से पूरे शरीर को पोंछ दें, फिर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं. इसके अलावा अगर सड़क पर चलने में मुंह सूख रहा हो या बार-बार प्यास लग रही हो, तो आप नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जरूर जाएं. खाने में लिक्विड डाइट जरूर शामिल करें. जैसे लस्सी, सत्तू, अमझोरा, बेल का शरबत, तरबूज का सेवन आदि.
.
Tags: Eat healthy, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18, Palamu news, Summer
FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 09:48 IST
[ad_2]
Source link