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Young People Ageing Faster: यंग जेनरेशन के लोग शारीरिक रूप से तेजी से बूढ़े हो रहे हैं. यह बात हम नहीं बल्कि कई तरह के अध्ययनों में कहा जा चुका है. हाल ही में ब्रिटेन में 26 साल के इंफ्लूएशर जॉर्डन हॉलेट ने यह बताया है कि जब वह अपनी मां के साथ कहीं जाते हैं तो लोग उनकी मां को उनकी बहन समझ बैठते हैं. ऐसा कई बार आपने भी गौर किया होगा. वैज्ञानिकों की मानें तो 1996 के बाद पैदा लेने वाले लोग यानी जेन जेड के लोग चेहरे से अपनी उम्र से कहीं अधिक दिखते हैं जबकि मिलेनियल यानी 1980 से 1995 तक पैदा लेने वाले लोग जेन जेड से ज्यादा जवान दिखते हैं. इतना ही नहीं चिंता की बात यह है कि युवा अभी से कैंसर जैसी घातक बीमारी के भी शिकार हो रहे हैं जबकि उनकी उम्र फिलहाल महज 20 से 30 साल के बीच के हैं. हाल ही में इंटरनेशनल जर्नल में यह दावा किया गया है कि युवाओं में कैंसर के मामले बढ़े हैं, खासकर लंग्स कैंसर, पेट का कैंसर और गर्भाशय का कैंसर. आखिर इन सबकी बड़ी वजह क्या है.
घट रही है बायलॉजिकल उम्र
वैज्ञानिकों ने कहा है कि निश्चित तौर पर आज के युवाओं की बायलॉजिकल उम्र घट रही है. इस विषय पर कई तरह से रिसर्च हो रही हैं और इसका सबसे बड़ा कारण फिलहाल युवाओं के खराब लाइफस्टाइल, डाइट, पर्यावरण और तनाव को माना जा रहा है. डेली मेल की रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि जेन जेड यानी 1997 से लेकर 2012 के बीच पैदा लेने वाले बच्चे अपने माता-पिता या अपने दादा-दादी की तुलना में कहीं अधिक गंभीर बीमारियों के शिकार होने वाले हैं. हेल्दी लाइफस्पॉन इंस्टीट्यूट की प्रोफेसर इलारिया बेलानतुआनो का कहना है कि इसके वास्तविक कारण क्या है, इसके बारे में फिलहाल कुछ सटीक नहीं कहा जा सकता है लेकिन वर्तमान रुझानों से यह देखा जा रहा है कि युवाओं में अपने पूर्व के निकट संबंधियों की तुलना में ज्यादा बीमारियां लग रही हैं. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक 50 साल से कम उम्र के लोगों में शायद ही कैंसर के मामले आते थे लेकिन आजकल तो यह 30 साल की उम्र में ही होने लगा है.
कई चीजों में बदलाव
रिसर्च में पाया गया है कि आज के युवाओं में डिप्रेशन, एंग्जाइटी, ड्रग्स की आदत के कारण जवानी में ही ब्रेस्ट कैंसर और यूटेरीन कैंसर का खतरा बढ़ गया है. जिन लड़कियों में पीरियड पहले आ जाता है उनमें मोटापा और दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ा है. वहीं रिसर्च में यह भी पाया गया है कि खून के आकार में भी परिवर्तन हो रहा है और लिवर से जो प्रोटीन बन रहा है उसकी संरचना भी अलग तरह की हो रही है. अमेरिकी सर्जन विवेक मूर्ति ने कहा है कि अगर आप लगातार अकेलापन महसूस करते हैं तो इससे आपके शरीर को 15 सिगरेट पीने के बराबर नुकसान होगा वहीं जो लोग सामाजिक रूप से अलग-थलग रहते हैं, उनमें समय से पहले मौत का जोखिम 32 प्रतिशत तक ज्यादा रहता है.
कैसे बचें इन चीजों
दरअसल, जिन कारकों से समय से पहले लोग बूढ़े हो रहे हैं, उन कारकों को जीवन से हटाना ही इससे बचने के उपाय है. इसके लिए सही लाइफस्टाइल बनाएं. जल्दी सोएं, जल्दी उठे, नियमित वॉक, एक्सरसाइज करें. जंक फूड, फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट आदि का सेवन कम करें, रोजाना भोजन का आधा हिस्सा हरी पत्तीदार सब्जियों और फलों से पूरा करें. तनाव न लें. पर्याप्त नींद लें और सिगरेट, शराब, ड्रग्स से दूर रहें.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : April 23, 2024, 10:35 IST
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