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आकाश कुमार/जमशेदपुर. बदलते मौसम के साथ जमशेदपुर में पारा 40 डिग्री के पार हो चुका है. इस भीषण गर्मी में लोगों की हालत पतली हो रही है, शरीर पसीने से तरबतर हो रहा है. इसी बीच मासूम बच्चों के स्कूल भी चल रहे हैं. अक्सर देखा जाता है कि तेज गर्मी और धूप से बच्चों की नाक से खून बहने लगता है. क्या आप इसका कारण जानते हैं? और इससे बचाव के उपाय क्या हैं?
लोकल 18 को जानकारी देते हुए जमशेदपुर के साकची नर्सिंग होम के ईएनटी (Ear/Nose and Throat) स्पेशलिस्ट डॉक्टर पी प्रीतम हंसराज ने बताया कि छोटे बच्चों की स्किन काफी पतली होती है. गर्मी में अक्सर उनकी नाक के छेद सूखने लगते हैं, जिससे नैजल ड्राइनेस कहते हैं. बच्चे अक्सर नाक में उंगली में डालते रहते हैं, जो स्किन को नुकसान पहुंचाता है और ब्लीडिंग होने लगती है.
इसका घरेलू इलाज कैसे करें
बच्चों की नाक के छेद के सामने तेल या वैसलीन लगाएं, जिससे नाक की परत सूखी ना रहे. बच्चों के नाखून समय-समय पर काटते रहें. बीच-बीच में साबुन से हाथ अच्छी तरह से धुलवा दें, जिससे बैक्टीरिया और कीटाणुओं से बचा जा सके. अगर खून बहे, तो उसे नाक को दबाकर मुंह से सांस लेने को कहें. लेटाने से बचें, क्योंकि इससे खून और बहने लगेगा. इसके अलावा सिर में बर्फ भी लगा सकते हैं. बच्चों की डाइट में अधिक से अधिक फल शामिल करें, जिसमें हाइड्रेट रखने वाले फल जैसे तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी और नींबू पानी आदि हों. साथ ही अधिक से अधिक पानी पीना भी जरूरी है.
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Tags: Health News, Jamshedpur news, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : April 8, 2024, 12:57 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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