DMCA.com Protection Status क्या आपका बच्चा भी मोबाइल में बिजी रहता है, जानें आंखों से लेकर दिमाग तक होने वाले नुकसान – News Market

क्या आपका बच्चा भी मोबाइल में बिजी रहता है, जानें आंखों से लेकर दिमाग तक होने वाले नुकसान

क्या आपका बच्चा भी मोबाइल में बिजी रहता है, जानें आंखों से लेकर दिमाग तक होने वाले नुकसान

[ad_1]

रोहित भट्ट/ अल्मोड़ा. आजकल के समय में अधिकतर माता-पिता अपने छोटे बच्चों को बहलाने के लिए मोबाइल फोन दे देते हैं, जिस वजह से बच्चों को फोन की लत लग जाती है. बच्चे मोबाइल में गेम खेलते हैं या वीडियो देखते हैं. अगर आप भी अपने बच्चों के हाथ में फोन दे रहे हैं, तो सावधान हो जाइए क्योंकि इससे आपके बच्चे बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. ‘लोकल 18’ ने इस बारे में मनोवैज्ञानिक से बातचीत की. उन्होंने बताया कि अक्सर अभिभावक अपने बच्चों को चुप कराने या फिर उन्हें व्यस्त रखने के लिए मोबाइल दे देते हैं, बच्चों के मानसिक विकास पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वे कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं.

दरअसल एक स्टडी में पता चला है कि एक महीने से लेकर पांच साल की उम्र के बच्चों को अभिभावक फोन दिखाते हैं या फिर उन्हें बहलाने के लिए दे देते हैं, जिस वजह से बच्चों को कई दिक्कतें हो सकती हैं. इसको लेकर हमने उत्तराखंड के अल्मोड़ा के बेस अस्पताल की मनोवैज्ञानिक डॉक्टर वीना तेजान से बातचीत की. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों को फोन बिल्कुल नहीं देना चाहिए क्योंकि बच्चों में इसका सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

मेंटल हेल्थ पर असर

मनोवैज्ञानिक डॉक्टर वीना तीजन ने बताया कि छोटे बच्चों के फोन इस्तेमाल करने से उनकी मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है. इसके अलावा बच्चे देरी से बोलना सीखते हैं या फिर ठीक ढंग से नहीं बोल पाते हैं. आंखों पर असर पड़ता है. बच्चों की आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है. वहीं नेत्र रोग हो सकते हैं. उनकी नींद पूरी नहीं होती है तो इससे मष्तिष्क पर असर पड़ता है. बच्चों को पढ़ने-लिखने में भी दिक्कत हो सकती है. वहीं बच्चे एक चीज पर फोकस नहीं कर पाते हैं और वे एक जगह पर नहीं बैठते हैं.

बच्चों के साथ वक़्त बिताएं

पांच साल से कम उम्र के बच्चों को फोन बिल्कुल नदें. ज्यादातर समय अपने बच्चों के साथ बिताएं, उनसे बातचीत करें और उनके साथ खेलें. उन्हें कम उम्र में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने के दुष्प्रभाव के बारे में बताएं. अगर आप पांच साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को फोन दे भी रहे हैं, तो उनकी स्क्रीनिंग टाइम बहुत कम होनी चाहिए. एक दिन में सिर्फ कुछ ही देर के लिए उन्हें फोन दिया जाना चाहिए, वो भी अपनी देखरेख में.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और हेल्थ बेनिफिट रेसिपी की सलाह, हमारे एक्सपर्ट्स से की गई चर्चा के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, न कि व्यक्तिगत सलाह. हर व्यक्ति की आवश्यकताएं अलग हैं, इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. कृपया ध्यान दें, Local 18 की टीम किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी.

Tags: Health, Kids, Local18, Mobile Phone

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *