DMCA.com Protection Status कविताओं से बाहर सेहत के लिए भी चमत्कारी है यह सुर्ख लाल प्लांट, दुर्लभ बीमारियों में रामबाण – News Market

कविताओं से बाहर सेहत के लिए भी चमत्कारी है यह सुर्ख लाल प्लांट, दुर्लभ बीमारियों में रामबाण

कविताओं से बाहर सेहत के लिए भी चमत्कारी है यह सुर्ख लाल प्लांट, दुर्लभ बीमारियों में रामबाण

[ad_1]

Palash Flawer Benefits: पलाश के फूल को लेकर न जानें कितने कवियों ने अपने कलम से कविताएं रची होंगी. मशहूर कवि केदारनाथ अग्रवाल की कविता में पलाश का इस तरह वर्णन किया गया है. उन्नत पेड़ पलाश के, ढाल लिए रण में खड़े, सम्मुख लड़ते सूर्य से, बाँह बली ऊपर किए. इस कविता में पलाश के पौधों के सौंदर्य का वर्णन है. कविओं ने तो पलाश को लेकर सैकड़ों कविताएं लिखी ही है लेकिन विज्ञान ने भी पलाश के पौधों का कम वर्णन नहीं किया है. साइंस ने यह साबित कर दिया है कि पलाश का पौधा एंटी-डायबिटीक, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-बैक्टीरियल सहित कई गुणों से भरा होता है. पलाश के पौधे से आयुर्वेद में पेशाब संबंधित विकारों का इलाज किया जाता है. पलाश की जड़, पत्तियां, तने सब कुछ औषधीय गुणों से भरा होता है. पलाश का फूल सूर्ख लाल होता है. इसलिए इसे फ्लेम ऑफ फॉरेस्ट कहा जाता है. आइए जाानते हैं कि पलाश के पौधों से क्या-क्या फायदे होते हैं.

क्रोनिक बीमारियों का जोखिम कम
साइंस डायरेक्ट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पलाश में कई तरह के प्लांट केमिकल पाए जाते हैं. इसके फूल में फ्लेवेनोएड्स, एलकेलोएड्स, फुरानोफ्लेवेनोएस, क्रोमेनोफ्लेवोनेस जैसे कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट्स सेल्स से फ्री रेडिकल्स को हटाते हैं जिससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण शरीर में कई तरह की क्रोनिक बीमारियां होती है. यानी पलाश के फूल से हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, अर्थराइटिस, डायबिटीज जैसी क्रोनिक बीमारियों का जोखिम कम किया जा सकता है. डायबिटीज मरीजों के लिए पलाश के फूल बेहद फायदेमंद हैं. यह पैंक्रियाज में बीटा सेल्स को सक्रिय करता है. बीटा सेल्स ही इंसुलिन के प्रोडक्शन के जिम्मेदार होता है. इसका मतलब हुआ है कि पलाश के फूल से ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है.

स्किन के लिए भी गुणकारी
पलाश के फूल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी पारासाइटिक गुण भी मौजूद होता है. इसका मतलब हुआ कि पलाश के फूल से पेट के कीड़े-मकौड़े को मारा जा सकता है. इतना ही नहीं यह बैक्टीरियल इंफेक्शन वाली बीमारियों को ठीक कर सकता है. पलाश के पत्तों में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है. रिपोर्ट के मुताबिक यह पेशाब संबंधित कई तरह की परेशानियों को दूर कर सकता है और पेशाब के रास्ते में इंफ्लामेशन को लगने नहीं देता हैृ. यह अर्थराइटिस यानी ज्वाइंट पेन को भी दूर कर सकता है. पलाश के फूल का लेप लगाकर चेहरे पर कील-मुहांसे और रेशेज को दूर किया जा सकता है. यानी एक तरह से यह स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है और इससे खुबसूरती को भी बढ़ाया जा सकता है. आयुर्वेद में पलाश की जड़ से पौरुष शक्ति को बढ़ाने का दावा किया जाता है. हालांकि पलाश का किसी भी तरह से इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टरों से राय लेनी जरूरी है क्योंकि हर व्यक्ति की अलग-अलग जरूरतें और अलग-अलग असर हो सकता है.

इसे भी पढ़ें-क्या आप भी लेते हैं प्रोटीन सप्लीमेंट? मिले इतने खतरनाक केमिकल कि जानकर पीट लेंगे माथा, सीधे लिवर पर कर रहा हमला

इसे भी पढ़ें-6 विटामिनों का खजाना है यह पत्ता, शरीर में घोल देता है अमृत का रस, खाने से ठहर जाएगी उम्र, दुर्लभ बीमारियां भी नहीं आएंगी पास

Tags: Diabetes, Health, Health tips, Lifestyle

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *