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अपनी मर्जी से क्यों नहीं लेनी चाहिए एंटीबायोटिक दवाएं? डॉक्टर ने बताई सबसे बड़ी वजह

अपनी मर्जी से क्यों नहीं लेनी चाहिए एंटीबायोटिक दवाएं? डॉक्टर ने बताई सबसे बड़ी वजह

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हाइलाइट्स

वायरल इंफेक्शन होने पर एंटीबायोटिक दवाएं अवॉइड करनी चाहिए.
एंटीबायोटिक दवाएं बैक्टीरियल इंफेक्शन खत्म करने के लिए दी जाती हैं.

How To Take Antibiotics: अक्सर आपने देखा होगा कि लोग सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर की सलाह लिए बिना एंटीबायोटिक दवाएं लेना शुरू कर देते हैं. उन्हें लगता है कि हर बीमारी में एंटीबायोटिक्स असरदार होते हैं और इनसे परेशानी से निजात मिल सकती है. कई लोग वायरल इंफेक्शन में भी एंटीबायोटिक लेना शुरू कर देते हैं. हालांकि बिना हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह के ये दवाएं नहीं लेनी चाहिए. इससे सेहत को गंभीर खतरे हो सकते हैं और भविष्य में इलाज कराने में भी परेशानी आ सकती है. आखिर एंटीबायोटिक किस कंडीशन में और कब लेने चाहिए?

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल बैक्टीरियल इंफेक्शन को खत्म करने के लिए किया जाता है. वायरल या अन्य परेशानी में एंटीबायोटिक दवाएं नहीं लेनी चाहिए. वायरल इंफेक्शन एंटीबायोटिक दवाएं लेने से ठीक नहीं होता है ऐसा. करने से शरीर में एंटीबायोटिक रजिस्टेंस पैदा हो जाता है. शरीर में अगर किसी एंटीबायोटिक के प्रति प्रतिरोध बन गया, तो फिर वह दवा उस पर कोई काम नहीं करेगी. एंटीबायोटिक दवा देने का भी एक सिस्टमैटिक तरीका होता है.

डॉक्टर सोनिया की मानें तो माइल्ड इंफेक्शन होने पर 3 दिनों तक एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती है. इंफेक्शन ज्यादा हो, तो 7 दिनों के लिए एंटीबायोटिक का कोर्स करना पड़ता है. सीवियर इंफेक्शन में 15 दिन या जरूरत के अनुसार ज्यादा दिनों तक एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स कराया जाता है. ये दवाएं एक्सपर्ट की सलाह के बाद प्रॉपर लेनी चाहिए. ये दवा लेने में गैप नहीं करना चाहिए, वरना इंफेक्शन ठीक नहीं होगा. इससे शरीर में फैले बैक्टीरिया पूरी तरह खत्म नहीं होंगे और परेशानी लगातार बनी रहेगी. इससे बचने के लिए लोगों को एंटीबायोटिक प्रॉपर तरीके से लगातार लेने चाहिए.

एक्सपर्ट के अनुसार एंटीबायोटिक दवाएं भी अलग-अलग तरीके की होती हैं और बीमारियों के अनुसार इन्हें रिकमेंड किया जाता है. कई मरीजों पर कुछ एंटीबायोटिक दवाएं असर नहीं करती हैं, जिसका पता रिपोर्ट से लगाया जा सकता है. ऐसी कंडीशन में उन्हें दूसरे एंटीबायोटिक देने पड़ते हैं. इसलिए लोगों को एंटीबायोटिक्स खुद नहीं लेने चाहिए, क्योंकि ऐसा भी हो सकता है कि उन पर वह दवा असर न करे. एंटीबायोटिक हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद लेनी चाहिए. बार-बार अपनी मर्जी से एंटीबायोटिक दवा लेने से आपके लिवर और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है. इसके गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं.

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Tags: Antibiotic resistance, Antibiotics, Health, Lifestyle

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