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सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: अमरूद ठंडी प्रकृति के होते हैं. यह स्वाद में मीठे खट्टे होने के साथ-साथ कसैले होते हैं. इसमें सर्वाधिक फाइबर होता है. यही कारण है कि इसके प्रयोग भी अलग-अलग होते हैं. आयुर्वेद में अमरूद को त्रिदोष कहा गया है. इतना ही नहीं, अमरूद की पत्तियां भी औषधीय गुणों से समृद्ध होती हैं. आयुर्वेद में इसकी पत्तियों का इस्तेमाल खांसी व अन्य बीमारियों में दवा के तौर पर किया जाता है.
आयुर्वेद में अमरूद को इसके गुणों के कारण अमृत कहा गया है. अमरुद हमारे शरीर में पित्त, कफ जैसी समस्याओं को दूर करता है. बालों की समस्या, बुखार सूजन सिर दर्द और जोड़ों के दर्द के साथ ही हमारे मोटापे को भी कम करता है. जिस प्रकार ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है उसे भी यह नियंत्रित करता है. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण यह हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को दुरुस्त रखता है पीरियड्स और माइग्रेन तक की समस्या को दूर करने में लाभकारी है.
अमरूद खाने के अनेक फायदे
अमरुद में विटामिन बी3, बी6 जो हमारे मस्तिष्क के ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है. साथ ही नसों को भी राहत पहुंचाता है. अमरूद में ऐसे एंटी एक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो हमारी कोशिकाओं में होने वाले नुकसान को कम करते हैं.
अमरूद सेहत के लिए काफी लाभदायक
कमालगंज में बीएएमएस आयुष चिकित्साधिकारी डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह यादव ने न्यूज 18 लोकल को बताया कि अमरूद का सेवन करने से हमारे शरीर में प्रचुर मात्रा में रक्त का प्रभाव होने लगता है. जिसके कारण हमारी मानसिक स्थिति भी सही होती है. कच्चे अमरूद का सेवन करने और इसका जूस पीने से हमारे शरीर में खांसी व सर्दी में काफी हद तक फायदेमंद रहती है. अमरूद में आयरन और विटामिन के साथ-साथ अनेकों गुण पाए जाते हैं. वहीं इसके कोमल पत्तों का सेवन करने से भी अनेकों लाभ होते हैं. इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर चेहरा धोने से त्वचा में एक अलग ही निखार आता है. वहीं झुर्रियां भी कम हो जाती है. अगर पिंपल्स की समस्या होती है तो उन्हें भी यह कम करता है.
कब खांए अमरूद?
डॉक्टर के अनुसार अमरूद की तासीर ठंडी होती है. इसलिए इसे दोपहर के समय में प्रयोग करना चाहिए अमरूद को भोजन से पहले या भोजन के 2 घंटे बाद सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. वहीं इसका सेवन रात और नित्य सुबह और शाम नहीं करना चाहिए. वहीं इसके पत्तों को उबालकर काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं. साथ ही इसके पत्तों को दांतों से चबाकर खाने से हमारे मुंह की दुर्गंध और मुंह के छाले और मसूड़े में खून आना भी कम हो जाता है.
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FIRST PUBLISHED : March 16, 2024, 10:37 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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