DMCA.com Protection Status करिश्माई पेड़! छाल, फूल-पत्ते सबमें कूट-कूटकर भरे हैं औषधीय गुण, गठिया-साइटिका के दर्द को कर देता है छूमंतर – News Market

करिश्माई पेड़! छाल, फूल-पत्ते सबमें कूट-कूटकर भरे हैं औषधीय गुण, गठिया-साइटिका के दर्द को कर देता है छूमंतर

करिश्माई पेड़! छाल, फूल-पत्ते सबमें कूट-कूटकर भरे हैं औषधीय गुण, गठिया-साइटिका के दर्द को कर देता है छूमंतर

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दीक्षा/हल्द्वानी.अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाने वाला पारिजात या हरसिंगार गठिया जैसी बीमारी के लिए रामबाण औषधि माना जाता है. गठिया की परेशानी में हरसिंगार का काढ़ा काफी फायदेमंद साबित होता है. विशेषज्ञों के अनुसार पारिजात का सेवन करने से गठिया जैसी बिमारी दस दिन में ठीक हो सकती है. यह पौधा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और दर्द को कम करने से लेकर सर्दी-खांसी, बुखार तक में राहत देता है.

आयुर्वेद के विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. विनय खुल्लर ने लोकल 18 को बताया कि हरसिंगार विभिन्न स्वास्थ्य लाभों वाला पेड़ है. हरसिंगार के पेड़ में सूजन-रोधी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो हमारे सेहत के लिए वरदान होता है. उन्होंने बताया कि इसके सेवन से गठिया, साइटिका, स्पॉन्डिलाइटिस जैसी बिमारियों को ठीक किया जा सकता है. इसके पत्ते, फूल, लकड़ी सब लाभदायक होते हैं. नियमित रूप से इसका काढ़ा पीने से शरीर स्वस्थ रहता है.

क्या है पारिजात
पारिजात को हरसिंगार या रात में खिलने वाली चमेली के नाम से भी जाना जाता है. यह सुगंधित सफेद फूलों वाला पेड़ है. यह पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसकी पत्तियां, छाल और फूल साइटिका, गठिया से लेकर पेट के कीड़ों तक कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करते हैं.

कैसे करें उपयोग
पारिजात के पत्ते, छाल, फूल, लगभग 5 ग्राम लेकर 200 ग्राम पानी में उबाल लें. जब पानी घटकर एक चौथाई रह जाता है, तो उसे निकालकर छान लें और उसका सेवन करें.

Tags: Health benefit, Hindi news, Local18

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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