DMCA.com Protection Status आंखों पर स्क्रीन लाइट का कहर यूं हो जाएगा बेअसर, बस डॉक्टर के इस मंत्र को अपना लें,  20-20-20 के फॉर्मूला में है इसे खत्म करने का दम  – News Market

आंखों पर स्क्रीन लाइट का कहर यूं हो जाएगा बेअसर, बस डॉक्टर के इस मंत्र को अपना लें,  20-20-20 के फॉर्मूला में है इसे खत्म करने का दम 

आंखों पर स्क्रीन लाइट का कहर यूं हो जाएगा बेअसर, बस डॉक्टर के इस मंत्र को अपना लें,  20-20-20 के फॉर्मूला में है इसे खत्म करने का दम 

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Eye Prevention from Screen Exposure: आज के जमाने में शायद ही कोई ऐसा हो जो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का इस्तेमाल न करता हो. मोबाइल, कंप्यूटर, लेपटॉप, टैब लगभग हर व्यक्ति के हाथों में होता है. लेकिन इन इलेक्ट्रोनिक उपकरणों से ब्लू लाइट निकलता है. स्क्रीन से निकलने वाली लाइट आंखों के लिए बेहद खराब होती है. दरअसल, ब्लू लाइट में सबसे छोटा वेवलैंग्थ होता है लेकिन सबसे अधिक एनर्जी होती है. ब्लू लाइट निकलने से आंखों पर 380 से 500 नैनोमीटर की रेंज में वाइव्रेट होता है. इससे समझ सकते हैं कि आंखों के पूरे सिस्टम को यह किस तरह से हिला देता होगा. लेकिन मजबूरी यह है कि अगर आप मोबाइल का कम इस्तेमाल करें तो भी कंप्यूटर पर तो काम करना ही होगा. शुरुआत में बेशक इस लाइट का इतना असर न हो लेकिन 30 साल की उम्र के बाद स्क्रीन लाइट का कहर आंखों पर ज्यादा होने लगता है और इससे आंखों में पानी और धुंधलाहट बढ़ जाती है. इस स्क्रीन लाइट के कहर को किस तरह कम करें, इस विषय पर न्यूज 18 ने श्राफ आई अस्पताल, नई दिल्ली में स्पेशलिस्ट डॉ. ऋचा प्यारे से बात की.

क्या होता है असर

डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि जब आप मोबाइल या स्क्रीन पर ब्लू लाइट के संपर्क में दो घंटे से ज्यादा रहेंगे तो इससे आंखों पर गहरा असर होगा. मोबाइल से निकली तेज रोशनी हमारी आंखों में ज्यादा ड्राईनेस लाती है. यह टियर ग्लैंड को प्रभावित करता है. आंखों में ज्यादा ड्राईनेस के कारण आंखों के अंदर ज्यादा पानी बनने लगता है और यह पानी आंखों से बाहर आता रहता है. कुछ मामलों में टियर ग्लैंड भी ब्लॉक हो जाता है. अगर स्क्रीन को एक्सपोजर लगातार हो रहा है तो यह क्रोनिक परेशानियां बन जाती है और आंखों से धुंधलाहट आने लगती है. इससे रेटिना भी क्षतिग्रस्त होने लगता है. इसके बाद हमेशा थकान और कमजोरी भी महसूस हो सकती है.

क्या 20-20-20 का फॉर्मूला

जिंदगी है तो काम करना भी जरूरी है. काम करना है तो कंप्यूटर का इस्तेमाल भी होगा. इसलिए डॉ ऋचा प्यारे ने बताया कि सबसे पहले नियमित रूप से एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट लें. हरी पत्तीदार सब्जियां और ताजे फल का रोजाना सेवन करें. ज्यादा से ज्यादा प्लांट बेस्ड डाइट का सेवन करें. इन सबके अलावा कंप्यूटर पर काम करते हुए सुरक्षात्मक चश्मा लगाएं और 20-20-20 का रूल फॉलो करें. डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि इसमें प्रति 20 मिनट स्क्रीन अगर काम करते हैं तो इसके तुरंत बाद आप 20 सेकेंड के लिए अपनी आंखों की नजरों को स्क्रीन से हटा दें और 20 मीटर की दूरी तक कुछ भी देखें. अगर आप हरियाली देख रहे हैं तो सबसे बेहतर है. 20 मीटर की दूरी को 20 सेकेंड तक देखते रहें. यानी 20 मिनट काम करें फिर 20 मीटर की दूरी को 20 सेकेंड तक देखें फिर काम शुरू कर दें. ऐसा ही करते रहें. आंखों को समय-समय पर आराम दें.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle

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