DMCA.com Protection Status अचानक गला चोक हो जाए और अटकने लगे सांसों की डोर तो इमरजेंसी में क्या करें? डॉक्टर से जानें झटपट बचने के तरीके – News Market

अचानक गला चोक हो जाए और अटकने लगे सांसों की डोर तो इमरजेंसी में क्या करें? डॉक्टर से जानें झटपट बचने के तरीके

अचानक गला चोक हो जाए और अटकने लगे सांसों की डोर तो इमरजेंसी में क्या करें? डॉक्टर से जानें झटपट बचने के तरीके

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How to Stop Choking: किसी का गला तब चोक होता है या गले से हवा बाह-अंदर नहीं जाता जब गला में कुछ चीजें अटक जाती है. यह अचानक होता है. आमतौर पर गले में सांसों की डोर कुछ समय तक अटकती है और व्यक्ति खुद ही खांस कर या छाती पर ज्यादा प्रेशर देकर इसे ठीक कर लेता है लेकिन कई बार बहुत जबरदस्त तरीके से गला फंस जाता है और सांस लेना भी बहुत मुश्किल हो जाता है बल्कि सांस लिया ही नहीं जाता. ऐसे में अगर दूसरे की मदद न मिले तो व्यक्ति बेहोश हो सकता है. इस परिस्थिति में उस व्यक्ति की किस तरह मदद करें या हर व्यक्ति को जानना जरूरी है. अपोलो अस्पताल की चीफ क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी ने न्यूज 18 से बातचीत में इससे निपटने के नायाब तरीके बताए.

हल्का चोकिंग पर क्या करें
डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि सबसे पहले यह जानिए कि अगर किसी व्यक्ति के गले में कुछ अटक जाए और हल्का चोकिंग हो तो क्या करना चाहिए. इस स्थिति में जिस व्यक्ति का गला चोक हो रहा वह बोल सकता है और चिल्ला सकता है. ऐसे में वह व्यक्ति जितना जोर लगाकर खांसेगा, उतना जल्दी वह रिकवर होगा. अगर किसी को ऐसा हो रहा है तो उसे जोर लगाकर खांसने को कहें और जोर लगाकर थूक फेकने को कहें. इस स्थिति में किसी के मुंह में उंगली न डालें.

जब चोक सांसों को बाधित करने लगे
डॉ. प्रियंका रोहतगी कहती हैं कि जब चोक बहुत गंभीर हो जाए और सांस लेना मुश्किल हो जाए तो ऐसी स्थति में वह व्यक्ति खुद कुछ करने में असमर्थ हो जाएगा. यहां तक कि बोल पाने में असमर्थ हो सकता है. इस स्थिति में व्यक्ति अपनी हरकतों से आपको इशारा करेगा. और ऐसे में आप उन्हें इस स्थिति से उबार सकते हैं क्योंकि लाइफ थ्रेटनिंग भी हो सकता है. इसलिए सबसे पहले जिस व्यक्ति को चोक हो रहा है उसे आगे कर लें और थोड़ा झुका दें. इसके बाद आप अपने हाथ उसकी छाती पर रखें और पीछे से धक्का दें. ऐसे पांच बार किया जाता है. इससे चोकिंग हट सकता है. इसे एब्डोमिनल थ्रस्ट कहते हैं. यानी इसमें पेट से प्रेशर बनता है जो उपर की ओर अचानक जाता है और गले को क्लियर करता है. मेडिकल भाषा में इसे हिमलिच मैनुवर Heimlich maneuver कहते हैं. एक साल से कम उम्र के बच्चे और प्रेग्नेंट महिलाओं को एब्डोमिनल थ्रस्ट नहीं देना चाहिए.

एब्डोमिनल थ्रस्ट का सही तरीका
जिस व्यक्ति का गला चोक हुआ है उसे आगे करके उसके शरीर को सपोर्ट देते हुए छाती को पीछे से पकड़ें और उसे झुका दें. इसके बाद पीछे से व्यक्ति के कंधे पर पांच बार हथेली से धक्का दें. अगर पांच बार में नहीं हो रहा है कुछ और बार दें. इसे हिमलीच मैनुवर कहा जाता है. यह बहुत ही आसान होता है जिसे किसी भी डॉक्टर से सीखा जा सकता है. आप जब भी किसी काम के लिए किसी डॉक्टर के पास जाएं तो हिमलीच मैनुवर जरूर सीख लें. वे एक मिनट के अंदर इसे सीखा देंगे. इसे सीखना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि बच्चों में अक्सर गला चोक हो जाता है. अक्सर पॉपकॉर्न फूड पाइप में चिपक जाता है जो पानी से भी नीचे नहीं जाता. हिमलीच मैनुवर का इस्तेमाल एसिडिटी जैसी समस्याओं में भी किया जा सकता है.

अगर हिमलीच मैनुवर काम न करें
अगर हिमलीच मैनुवर से भी गले की चोकिंग खत्म नहीं होती है तो इसके बाद आपको सीपीआर देना होगा. सीपीआर मतलब कार्डियपल्मोनरी रिसससाइटेशन. सीपीआर के लिए प्रशिक्षण लेना होता है.

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