DMCA.com Protection Status सचिन ने टीम मीटिंग से किया इनकार, हेडफोन पर सुनते रहे गाने और फिर बन गए पाकिस्तान का ‘काल’ – News Market

सचिन ने टीम मीटिंग से किया इनकार, हेडफोन पर सुनते रहे गाने और फिर बन गए पाकिस्तान का ‘काल’

सचिन ने टीम मीटिंग से किया इनकार, हेडफोन पर सुनते रहे गाने और फिर बन गए पाकिस्तान का 'काल'

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नई दिल्ली. ‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के किस्से हजार हैं. चाहे शतकों का शतक लगाना हो या भारत को सैकड़ों मैच जिताना… यह खिलाड़ी जब-जब मैदान पर उतरा, करोड़ों उम्मीदों का बोझ लिए ही उतरा. लेकिन मजाल है कि चेहरे पर कोई शिकन दिख जाए. एक ऐसा ही मैच वर्ल्ड कप 2003 का है, जब भारत और पाकिस्तान आमने-सामने आए थे. पाकिस्तान ने पहले बैटिंग कर जो स्कोर बनाया, वह भारत की उम्मीद से ज्यादा था. इसलिए दबाव भारत पर आ गया था. लेकिन सचिन तेंदुलकर ने सारे दबाव को ऐसे परे हटाया कि इतिहास बन गया. लेकिन कम लोग ही जानते हैं कि सचिन ने मैदान पर उतरने से पहले टीम मीटिंग से इनकार कर दिया था.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 2003 (World Cup 2003) में भारत की शुरुआत खराब रही थी. भारत को पहले मैच में नीदरलैंड्स से गिरते-पड़ते जीत मिली थी. दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 125 रन पर समेटकर आसान जीत दर्ज की थी. ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद भारतीय फैंस इतने गुस्से में थे कि कई क्रिकेटरों के घर पर पथराव तक हो गया था. पोस्टर जलाए गए थे.

भारतीय टीम के पास अपने फैंस के घाव पर मरहम लगाने का मौका 1 मार्च 2003 को तब आया जब उसका सामना पाकिस्तान से हुआ. सचिन तेंदुलकर ने अपनी आत्मकथा ‘प्लेइंग इट माय वे’ में इस मैच का विस्तार से जिक्र किया है. सचिन लिखते हैं कि वे इस मैच से पहले तीन रात तक ठीक से सो नहीं पाए थे. हम यह मैच हर हाल में जीतना चाहते थे. कई भारतीय फैंस के लिए यही सच्चा फाइनल था…

पाकिस्तान ने टांग दिया 273 रन का स्कोर
सेंचुरियन में खेले गए इस मैच में पाकिस्तान ने पहले बैटिंग कर 273 रन का स्कोर टांग दिया. सईद अनवर ने शानदार शतक लगाया. दक्षिण अफ्रीकी पिच पर 270 से बड़ा लक्ष्य कतई आसान ना था. वह भी तब जब सामने वसीम अकरम, वकार यूनुस, शोएब अख्तर जैसी पेस तिकड़ी हो. सचिन ने अपनी किताब में इस चुनौती का जिक्र भी किया है. सचिन लिखते हैं, ‘हम जितने रनों का पीछा करना चाहते थे, उसके हिसाब से पाकिस्तान का स्कोर कम से कम 20 रन ज्यादा था. जब हम ईनिंग ब्रेक के लिए लौट रहे थे तो सौरव (गांगुली) ने मुझसे कहा कि हमें संक्षिप्त टीम मीटिंग करनी चाहिए. लेकिन मैंने कहा कि कोई जरूरत नहीं है. सबको पता था कि क्या करना है…’

सचिन आगे लिखते हैं, ‘ब्रेक के दौरान मैं किसी से कुछ नहीं बोला. ना ही ज्यादा कुछ खाया. मैं हेडफोन लगाकर ज्यादातर समय संगीत सुनता रहा और खुद को सही मानसिकता में लाने की कोशिश करता रहा… जब अंपायर मैदान पर पहुंचे तो मैंने अपना बल्ला उठाया और रनों का पीछा करने उतर पड़ा. ज्यादातर पहली गेंद का सामना सहवाग किया करते थे. लेकिन उस मैच में मैंने पहली गेंद का सामना किया…’

शोएब अख्तर की गेंद पर यादगार छक्का…
इसके बाद का इतिहास ज्यादातर क्रिकेटप्रेमियों को पता है. सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ उस मैच में बेहद आकर्षक और आक्रामक पारी खेली. उन्होंने शुरुआती कुछ ओवर्स में ही पाकिस्तानी आक्रमण की बखिया उधेड़ दी. वसीम अकरम के पहले ओवर में 9 रन बने. फि दूसरा ओवर लेकर आए शोएब अख्तर 18 रन लुटा बैठे. शोएब अख्तर के इस ओवर में सचिन का थर्डमैन के ऊपर से लगाया छक्का देखकर आज भी दिल खुश हो उठता है.

भारत ने पहले 5 ओवर में ही 50 रन ठोक दिए. हालांकि छठे ओवर में वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली के आउट होने से भारत को झटका लगा. लेकिन सचिन अपनी लय में खेलते रहे. उन्होंने 37 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया और भारत को 12वें ओवर में ही 100 रन और 21वें ओवर में 150 रन के पार पहुंचा दिया. सचिन ने मोहम्मद कैफ के साथ 102 रन की साझेदारी की. इसमें कैफ के सिर्फ 35 रन थे.

नाइंटीज पर पहुंचे तो हो गई दिक्कत
जब सचिन नाइंटीज पर पहुंचे तब उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया. पाकिस्तान ने इसका फायदा उठाया और शोएब अख्तर को अटैक पर वापस ले आया. दर्द से परेशन सचिन तेंदुलकर, अख्तर की एक बाउंसर को नहीं संभाल पाए और विकेट गंवा बैठे. लेकिन आउट होने से पहले सचिन 75 गेंद पर 98 रन बना चुके थे, जिसने टीम की जीत का रास्ता आसान कर दिया था. बाकी का काम राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह ने किया और 99 रन की नाबाद साझेदारी कर भारत को 6 विकेट से जीत दिला दी.

Tags: India Vs Pakistan, Sachin tendulkar

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