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नई दिल्ली. रोहित शर्मा ने विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम की कमान संभाली थी. इसके बाद सुनील गावस्कर को रोहित से बड़ी उम्मीदें थीं. लेकिन रोहित के कप्तानी संभालने के बाद से भारत ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में नहीं पहुंच पाया. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन किया. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी हार गया. इसी वजह से सुनील गावस्कर रोहित शर्मा से निराश हैं. उन्होंने राहुल द्रविड़ की अगुआई वाले कोचिंग स्टाफ की भी जवाबदेही तय करने की मांग की है.
सुनील गावस्कर ने द इंडियन एक्सप्रेस आइडिया एक्सचेंज में हाल में कहा था, “मुझे उनसे (रोहित) और अधिक की उम्मीद थी. भारत में यह अलग है, लेकिन जब आप विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो वास्तव में यही परीक्षा होती है. यहीं पर उनका प्रदर्शन थोड़ा निराशाजनक रहा है. यहां तक कि टी20 में भी, आईपीएल के तमाम अनुभव, कप्तान के रूप में सैकड़ों मैचों के बावजूद, सर्वश्रेष्ठ आईपीएल खिलाड़ियों के टीम में मौजूद रहने के बाद भी भारत का टी20 विश्व कप के फाइनल में नहीं पहुंचना निराशाजनक है.”
पूर्व भारतीय कप्तान ने यह भी जानना चाहा कि क्या सेलेक्टर्स और बीसीसीआई वाकई में भारत की हार की समीक्षा करते हैं. उन्होंने खासतौर पर पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के हाथों वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत को मिली हार का जिक्र किया. गावस्कर ने जोर देकर कहा कि कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा से WTC Final में लिए गए फैसलों के बारे में सवाल पूछा जाना चाहिए.
राहुल-रोहित से पूछे जाएं सवाल: गावस्कर
गावस्कर ने कहा, “उनसे (राहुल-रोहित) सवाल पूछा जाना चाहिए कि आपने पहले क्यों फील्डिंग की? ठीक है, टॉस के समय यह बताया गया था कि बादल छाए हुए थे. इसके बाद सवाल यह होना चाहिए, ‘आपको शॉर्ट बॉल के खिलाफ ट्रेविस हेड की कमजोरी के बारे में नहीं पता था?’ इसके बावजूद जब वो 80 रन पर पहुंच गए तब क्यों बाउंसर का इस्तेमाल किया गय़ा? जबकि हेड जब बैटिंग के लिए आए थे तो कॉमेंट्री बॉक्स में रिकी पोंटिंग बार-बार ये कह रहे थे कि उसके (हेड) के खिलाफ बाउंसर मारो. सबको ये पता था लेकिन हमने कोशिश नहीं की.”
तैयारी के लिए कम वक्त वाले दावे को गावस्कर ने नकारा
पूर्व भारतीय कप्तान ने रोहित शर्मा के उस दावे पर भी सवाल उठाए कि टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए तैयारी का वक्त नहीं मिला. गावस्कर ने कहा, “हम किस तरह की तैयारी की बात कर रहे हैं? जब आप तैयारी के बारे में बात करते हैं, तो इसके बारे में वास्तविक रहें. 15 दिन पहले जाकर दो वॉर्म-अप मैच खेलें. मुख्य खिलाड़ी आराम कर सकते हैं लेकिन रिजर्व या बाकी खिलाड़ी मैदान में उतर सकते हैं और उन्हें चुनौती दे सकते हैं, जो अच्छा नहीं कर रहे. लेकिन ऐसा होता नहीं है.”
‘सीनियर खिलाड़ी टीम में अपनी जगह पक्की मानते हैं’
गावस्कर ने सीनियर खिलाड़ियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा, “सीनियर खिलाड़ी खुद पहले नहीं जाना चाहते हैं. उन्हें पता है कि उनकी जगह को टीम में कोई खतरा नहीं. कुछ भी हो जाए, उन्हें तो मौका मिलेगा ही और जब आप जल्दी जाते हैं तो वर्कलोड की बात करने लग जाते हैं. आप खुद को दुनिया की सबसे फिट टीम या अपने से पहले दौर की भारतीय टीम से फिटनेस में बेहतर मानते हैं तो फिर इतनी जल्दी टूट कैसे जाते हैं? जब आप 20 ओवर का मैच खेलते हैं फिर वर्कलोड की बात कैसे आती है? “
गावस्कर ने टीम के कोचिंग स्टाफ से भी सवाल पूछे जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर बल्लेबाज बार-बार एक तरह से आउट हो रहे तो बैटिंग कोच क्या कर रहे? आपने तकनीक में सुधार के लिए क्या किया. क्या कभी उनसे कहा कि आप अपने स्टांस या गार्ड में परिवर्तन करें.
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Tags: Rahul Dravid, Rohit sharma, Sunil gavaskar, Team india, WTC Final
FIRST PUBLISHED : July 10, 2023, 05:45 IST
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