[ad_1]
नई दिल्ली. इंटरनेशनल क्रिकेट में हैट्रिक हासिल करना हर गेंदबाज का सपना होता है. यदि कोई बॉलर अपने डेब्यू मैच में ही यह कारनामा अंजाम दे तो यह खुशी कई गुना बढ़ जाती है. वनडे इंटरनेशनल में अब तक 4 गेंदबाज डेब्यू मैच में हैट्रिक ले चुके हैं. ODI में सबसे पहले बांग्लादेश के ताइजुल इस्लाम ने 2014 में जिम्बाब्वे के खिलाफ यह करिश्मा किया था. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के कगिसो रबाडा, श्रीलंका के वानिंदु हसरंगा और शेहान मधुशंका यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. रबाडा ने 2015 में बांग्लादेश के खिलाफ, हसरंगा ने 2017 में जिम्बाब्वे के खिलाफ और मधुशंका ने 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ लगातार गेंदों पर तीन विकेट लिए थे.
ताइजुल के कई साल पहले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस ट्रेमलेट (Chris Tremlett) के पास वनडे डेब्यू पर हैट्रिक लेने वाले पहले बॉलर बनने का मौका था लेकिन ‘हैट्रिक बॉल’ पर तकदीर का साथ नहीं मिलने के कारण यह मौका हाथ से छिटक गया.
समान स्कोर, तीन बैटरों के एक जैसे रन और..भारत-पाक के एक टेस्ट में कई संयोग
ट्रेमलेट ने डेब्यू मैच में लिए थे 4 विकेट
लंबे कद के ट्रेमलेट ने इंटरनेशनल डेब्यू 21 जून 2005 को बांग्लादेश के खिलाफ नॉटिंघम में वनडे खेलकर किया. डेब्यू मैच में ही 32 रन पर 4 विकेट लिए लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से हैट्रिक से चूक गए थे. मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए इंग्लैंड ने 50 ओवर्स में चार विकेट खोकर 391 रन बनाए थे. इस स्कोर में दो बैटरों एंड्रयू स्ट्रॉस (152) और पॉल कॉलिंगवुड (112*) के शतक के अलावा मार्कस ट्रेस्कोथिक ने 85 रनों का योगदान दिया था. इंग्लैंड के स्कोर का पीछा कर रही बांग्लादेश की शुरुआत क्रिस ट्रेमलेट ने बिगाड़ दी थी. उन्होंने अपने पांचवें और पारी के 10वें ओवर की दूसरी और तीसरी गेंद पर शहरयार नफीस (10) और तुषार इमरान (0) का आउट कर दिया था. नफीस जहां बोल्ड हुए थे वहीं तुषार इमरान का कैच विकेटकीपर जोंस ने लपका था.
क्रिकेट के ‘बैडबॉय’; कोई अंपायर से उलझा, कोई पुलिस से तो किसी का साथी से पंगा
हैट्रिक बॉल जाकर विकेट पर लगी लेकिन बेल्स नहीं गिरीं
छह फीट सात इंच लंबे इस बॉलर के पास हैट्रिक का मौका था. उन्होंने करीब-करीब ऐसा कर भी लिया था लेकिन किस्मत राह में बाधा बन गई. ओवर की चौथी गेंद यानी हैट्रिक बॉल पर नए बैटर मोहम्मद अशरफुल ने डिफेंसिव शॉट खेला और गेंद उनके बल्ले से रोल होकर स्टंप से भी टकरा गई लेकिन वाह री किस्मत….बेल्स नहीं गिरी. इस कारण अशरफुल को नॉट आउट माना गया. यही अशरफुल (94) बाद में बांग्लादेश के टॉप स्कोरर रहे. बांग्लादेश टीम 45.2 ओवर में 223 रन पर सिमट गई और उसे 168 रन की हार का सामना करना पड़ा था.
एक जैसे चेहरे वाले जुड़वा भाई खेले साथ, पोंटिंग भी नहीं पहचान पाए थे
इंग्लैंड की एशेज जीत में 17 विकेट लिए थे
ट्रेमलेट को इंग्लैंड के बेहतरीन बॉलरों में शुमार कया जाता था. लंबे कद के कारण वे उछाल हासिल करने में भी सफल रहते थे. हालांकि लगातार चोटिल होने के कारण वे 12 टेस्ट, 15 वनडे और एक टी20I ही खेल सके. टेस्ट क्रिकेट में 27.00 के औसत से 53, वनडे में 47.00 के औसत से 15 और टी20 में 22.50 के औसत से दो विकेट उन्होंने हासिल किए. टेस्ट क्रिकेट में 48 रन देकर छह विकेट उनका पारी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. 2010-11 की एशेज में चिर प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड की 3-1 की सीरीज जीत में उनका अहम योगदान रहा. सीरीज के तीन टेस्ट में ट्रेमलेट ने 17 विकेट हासिल किए थे.
सचिन तेंदुलकर को स्लेज कर रहे थे क्लार्क, करारा जवाब देकर सहवाग ने बोलती बंद की
पेशेवर बॉडीबिल्डिंग की ओर बढ़ा रुझान
ट्रेमलेट के फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए मैचों के रिकॉर्ड बेहद प्रभावी रहे हैं. 146 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 28.66 के औसत से 459 और 133 लिस्ट ए मैचों में 27.78 के औसत से 180 विकेट हासिल किए. क्रिकेट से रिटायर होने के बाद ट्रेमलेट का रुझान पेशेवर बॉडी बिल्डिंग की ओर बढ़ा. इंस्टाग्राम पर वे अपनी पत्नी के साथ जिम में वर्कआउट करते हुए फोटो पोस्ट करते रहते हैं. उनकी सुडौल बॉडी को लेकर कई फैंस ने पॉजिटिव कमेंट किए हैं. उनकी बॉडी की तुलना लोग WWE रेसलर से करने लगते हैं. ट्रेमलेट कई बार फोटोशूट्स में अपने एब्स से लेकर बाइसेप्स- ट्राइसेप्स तक दिखाते नजर आते हैं.
बता दें, ट्रेमलेट ने जब क्रिकेट करियर शुरू किया था तो लंबे कद और दुबले-पतले शरीर के कारण उन्हें ‘ट्विगी (Twiggy)’ कहकर पुकारा जाता था लेकिन लगातार वर्कआउट करके उन्होंने अपनी फिजिक को बेहतरीन बना लिया है. बॉडी बिल्डिंग के अलावा वेटलिफ्टिंग को भी उन्होंने प्रोफेशन बनाया है.
.
Tags: Cricket, England Cricket, England cricket team
FIRST PUBLISHED : March 23, 2024, 08:31 IST
[ad_2]
Source link