DMCA.com Protection Status 10वीं के बाद सचिन ने छोड़ दी पढ़ाई, दिल्ली में काम करके पिता ने बनाया क्रिकेटर – News Market

10वीं के बाद सचिन ने छोड़ दी पढ़ाई, दिल्ली में काम करके पिता ने बनाया क्रिकेटर

10वीं के बाद सचिन ने छोड़ दी पढ़ाई, दिल्ली में काम करके पिता ने बनाया क्रिकेटर

[ad_1]

आलोक कुमार, गोपालगंज: पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेला जा रहा है. बिहार टीम के गेंदबाजों ने तो अपना काम कर दिया, लेकिन शीर्ष क्रम के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए. इस टीम में गोपालगंज के सचिन भी खेल रहे हैं. सचिन भी मुंबई के खिलाफ सस्ते में महज 5 रन बनाकर आउट हो गए. शिवम दुबे ने सस्ते में चलता कर दिया.

सचिन कुमार सिंह को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक रहा है. हरफ़नमौला खेल के चलते ही बिहार रणजी टीम में सलेक्शन हुआ. अपने खेल को बेहतर बनाने के सचिन दिल्ली चले गए. उनका पूरा परिवार दिल्ली में ही रहता है और पिता वहीं प्राइवेट जॉब करते हैं. 26 वर्षीय सचिन कुमार सिंह फस्ट क्लास, लिस्ट ए और टी20 में 45 मैच खेलकर 55 विकेट हासिल किया है और 1197 रन बनाए हैं. बॉलिंग में बेस्ट फीगर 4/24 और बैटिंग में 156 उच्च स्कोर है.

क्रिकेट के लिए 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ चले गए दिल्ली
गोपालगंज जिला के फुलवरिया प्रखंड स्थित कोयला देवा गांव निवासी लक्ष्मण सिंह के पुत्र सचिन कुमार सिंह बिहार की तरफ से रणजी खेल रहे हैं. रणजी क्रिकेट टीम में शामिल होने के बाद से परिजनों में खुशी का माहौल है. सचिन कुमार सिंह बतौर ऑलराउंडर टीम से जुड़े हैं. सचिन दो भाई में से सबसे बड़े हैं और उनका छोटा भाई भी दिल्ली भी में रहता है.

सचिन को बचपन से क्रिकेट के प्रति लगाव था और शुरूआत गांव में क्रिकेट खेलने से किया. सचिन जहां भी क्रिकेट खेलने के लिए जाता था, दूसरे खिलाड़ियों को देखकर मोहित हो जाता था. उसके मन में भी बेहतर क्रिकेटर बनने की तमन्ना हिलोरें मरने लगता था. 10वीं की पढ़ाई के बादक्रिकेट की दुनिया में कदम रख दिया और धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया. सचिन विजय हजारे, सैयद मुश्ताक क्रिकेट ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन के चलते हीं रणजी ट्राफी में सलेक्ट हो पाए.

बचपन से ही क्रिकेट के प्रति था लगाव
सचिन के बड़े पापा रामचन्द्र सिंह ने बताया कि सचिन गांव में बहुत अच्छा क्रिकेट खेलता था और गोपालगंज, पटना समेत वह जहां भी खेलने के लिए जाता था वहां पर अपना बेहतर प्रदर्शन करता था. क्रिकेट खेलने के सिवा आज तक घर का कोई दूसरा काम तक नहीं किया. क्रिकेट में दिलचस्पी सचिन को इतना था कि वह बीच में हीं पढ़ाई भी छोड़ दिया था. घर में कितनी भी परेशानियां आ जाए, लेकिन उसने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा.

बिशन सिंह बेदी और शेन वार्न से ज्यादा घूमती है इनकी गेंद….8 मैच में 68 विकेट लेकर तोड़ा था 44 साल पुराना रिकॉर्ड

इंग्लैंड में भी खेल चुके हैं क्लब क्रिकेट
सचिन के दोस्त राहुल ने बताया कि एक साथ पढ़े और बहुत दिन तक क्रिकेट साथ खेला और शुरुआत टेनिस बॉल से हुआ था. 10वीं के बाद सचिन दिल्ली चला गया और क्रिकेट क्लब ज्वाइन किया. वहां से क्रिकेट की तैयारी करते हुए बिहार अंडर-23 में उसका ज्वाईनिंग हुआ और वहां कैप्टन भी रहा. फिलहाल बिहार में रणजी मैच हो रहा है तो वहां पर भी खेल रहा है.

सचिन से भी कम उम्र में रणजी डेब्यू कर रहा बिहार का धाकड़ बल्लेबाज, रन बरसा टीम इंडिया का खटखटा रहा दरवाजा

उन्होंने बताया कि और कुछ दिन पहले इंग्लैंड के किसी क्लब की ओर से क्रिकेट खेलने गया था. इसके अलावा एक बार एनसीसी बेंगलुरु से बुलावा आया था. सचिन दूसरी बार रणजी खेल रहा है. आईपीएल में भी सचिन का नाम आया था, लेकिन किसी कारणवश चयन नहीं हो सका. इस बात की ख़ुशी है कि दोस्त बिहार के लिए खेल रहा है.

Tags: Bihar News, Cricket news, Gopalganj news, Local18, Ranji Trophy

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *