DMCA.com Protection Status सर्वगुण संपन्न…लकड़ी से बनते हैं शानदार फर्नीचर, संजीवनी बूटी से कम नहीं हैं पत्तियां और छाल – News Market

सर्वगुण संपन्न…लकड़ी से बनते हैं शानदार फर्नीचर, संजीवनी बूटी से कम नहीं हैं पत्तियां और छाल

सर्वगुण संपन्न...लकड़ी से बनते हैं शानदार फर्नीचर, संजीवनी बूटी से कम नहीं हैं पत्तियां और छाल

[ad_1]

सनन्दन उपाध्याय/बलिया: आपने कई तरह के औषधियों के बारे में सुना होगा. लेकिन आज हम उस पेड़ की बात करेंगे जिसकी नई पत्तियां और छाल शरीर के लिए किसी अमृत से कम नहीं है. जी हां हम बात कर रहे हैं शीशम की, जिनकी नई पत्तियां और छाल कई बीमारियों का बेहतरीन इलाज है. आयुर्वेद में इसके तमाम लाभ बताए जाते हैं. आइए जानते हैं एक्सपर्ट क्या बता रहे हैं.

राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया की चिकित्सा अधिकारी (MD, Ph. D in medicine) डॉ. प्रियंका सिंह ने लोकल 18 से बताया कि आयुर्वेद में शीशम की एकदम कोमल और नई पत्तियों का बहुत ही ज्यादा लाभ बताया गया है. इसकी पत्तियों का काढ़ा और स्वरस दोनों शरीर के लिए बेहद लाभकारी और गुणकारी है.

ये हैं इन पत्तियों का कमाल और खासियत
डॉ. प्रियंका सिंह ने आगे कहा कि अगर किसी को शरीर बहुत ज्यादा गर्मी या जलन रहती हो शरीर में या बुखार हो तो इसके 10 से 12 पत्तियों को उबालकर कर काढ़ा बनाकर सेवन करने से बेहद लाभ मिलता है. अगर किसी को आंखो में बहुत दर्द हो तो इन पत्तियों के स्वरस लगभग 10 एमएल निकालकर शहद में मिलाकर सेवन करें. यूरिन में इंफेक्शन हो तो इसके काढ़े का सेवन करें. मुंह में छाले से परेशान है तो इसके काढ़े से कुल्ला करें बेहद असर दिखता है. इसके अलावा यह चर्म रोग, ल्यूकोरिया, खून कमी, मूत्र रोग, उल्टी – दस्त और हैजा जैसी तमाम गंभीर बीमारियों में बेहद उपयोगी और गुणकारी है. साइटिका में इसके छाल को उबालकर सेवन करने से काफी लाभ मिलता है.

इस पर भी रखें खास ख्याल
दुनिया में पाई जाने वाली हर औषधियों का अपना अलग-अलग साइड इफेक्ट होता है. किसी भी औषधि का प्रयोग बिना चिकित्सक से परामर्श लिए हुए नहीं करना चाहिए. बीमारी और उम्र के हिसाब से औषधि के सही मात्रा को एक आयुर्वेद चिकित्सक ही तय कर सकता है.

Tags: Health, Local18

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *