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नई दिल्ली. एशिया कप में टीम इंडिया का पहले ही मुकाबला पाकिस्तान से है. दोनों टीमें वनडे फॉर्मेट में 4 साल बाद भिड़ेंगी. पिछली बार दोनों टीमों का विश्व कप में आमना-सामने हुआ था, तब भारत ने पाकिस्तान को हराया था. भारत और पाकिस्तान की टीमें जब मैदान पर उतरती हैं तो खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि फैंस की सांसें भी ऊपर-नीचे हो जाती हैं. कई बार ऐसे लम्हे भी आए हैं, जब मैच के दौरान विवाद हुए और खिलाड़ियों के साथ-साथ दर्शकों ने भी अपनी हदें पार की. आज हम आपको ऐसे ही कुछ बड़े विवाद के बारे में बताने जा रहे.
भारत और पाकिस्तान के बीच बीते एक दशक से भले ही द्विपक्षीय सीरीज न हुई हो लेकिन 80 और 90 के दशक में दोनों टीमों के बीच काफी क्रिकेट होती थी और विवाद भी खूब होते थे. ऐसा ही एक वाकया भारत के 1989-90 के पाकिस्तान दौरे पर हुआ था. इस टूर पर भारत और पाकिस्तान के बीच तीसरा वनडे कराची में खेला जा रहा था. दिसंबर का महीना होने की वजह से विकेट में काफी नमी थी और मनोज प्रभाकर नई गेंद से पाकिस्तान पर कहर बनकर टूटे थे. उन्होंने सलीम मलिक, जावेद मियांदाद औऱ रमीज राजा जैसे धाकड़ बल्लेबाजों को शुरुआती कुछ ओवर में ही पवेलियन पहुंचा दिया था. स्कोरबोर्ड पर 28 रन टंगे थे औऱ पाकिस्तान के 3 विकेट गिर चुके थे.
भारतीय फील्डर्स पर पाकिस्तानी दर्शकों ने पत्थर फेंके
इसके बाद बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे भारतीय खिलाड़ियों पर दर्शकों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए. मियांदाद ने भी दर्शकों को समझाने की कोशिश की लेकिन वो भी भड़के हुए लोगों को शांत नहीं करा पाए. पुलिस को टियर गैस फायर करना पड़ा. इसी मैच के दौरान मोहम्मद अजहरुद्दीन को कोई लोहेनुमा चीज भी लगी थी और कपड़े भी फट गए थे. 14 ओवर बाद भी मैच रद्द कर दिया गया था.
इससे करीब 11 साल पहले भी भारत के पाकिस्तान दौरे पर ऐसा ही एक विवाद हुआ था. तब साहीवाल में दोनों देशों के बीच तीसरा और निर्णायक वनडे मुकाबला खेला गया था. पाकिस्तान ने 40 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 205 रन बनाए थे. जवाब में भारत ने 37 ओवर में 2 विकेट पर 183 रन बना लिए थे. ऐसा लग रहा था कि भारत ये मुकाबला जीत जाएगा. लेकिन, सरफराज नवाज ने 38वें ओवर में
अंशुमन गायकवाड़ को लगातार चार बांउसर मारे, लेकिन अंपायर ने एक भी गेंद को वाइड करार नहीं दिया. उस समय बाउंसर को वाइड देने के रुल आज जैसे सख्त नहीं थे.
कप्तान बेदी ने खिलाड़ियों को बाहर बुलाया
भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी समझ गए थे कि पाकिस्तान मैच जीतने के लिए बाउंसर का सहारा ले रहा है. बेदी पाकिस्तान टीम की इस हरकत से इतने आहत हुए कि उन्होंने अपने बल्लेबाजों को ड्रेसिंग रूम में बुला लिया और मैच में आगे खेलने से इनकार कर दिया. पाकिस्तान को जीत मिल गई थी.
आमिर सोहेल और वेंकटेश प्रसाद की टक्कर
1996 के विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में वेंकटेश प्रसाद और आमिर सोहेल के बीच हुई जुबानी जंग कौन भला भूल सकता है. उस मैच में आमिर सोहेल ने चौका मारने के बाद प्रसाद को इशारा किया था. अगली गेंद पर भारतीय पेसर ने सोहेल को बोल्ड कर हिसाब बराबर कर लिया था और पवेलियन लौटने का इशारा भी किया था.
2003 के विश्व कप में भी हरभजन-युसूफ भिड़ गए थे
2003 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान का मुकाबला शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी भूलेगा. इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 98 रन की पारी खेली थी औऱ भारत ने पाकिस्तान पर धमाकेदार जीत दर्ज की थी. लेकिन इस मैच के दौरान हरभजन सिंह और मोहम्मद युसूफ के बीच मजाक-मजाक में बात मारपीट तक पहुंच गई थी. खुद हरभजन ने इस विवाद की कहानी सुनाई थी.
हरभजन ने कहा था कि मैं लंच के समय एक टेबल पर बैठा था और यूसुफ-अख्तर दूसरे टेबल पर बैठे थे. अख्तर के साथ मैं पंजाबी में ही बात करता था. तब अचानक यूसुफ ने निजी कमेंट कर दिया, धर्म को लेकर भी कुछ बातें बोल दीं. कोई समझ पाता विवाद हो गया. हम दोनों के हाथ में छुरी और कांटे थे और हम अपनी कुर्सी से उठकर एक दूसरे को मारने ही वाले थे लेकिन मामला शांत हो गया था.
बीच मैदान पर भिड़े गंभीर और अफरीदी
जब गौतम गंभीर मैदान पर होते थे तो वो उनकी इनटेंसिटी देखने लायक होती थी और अगर सामने पाकिस्तान तो फिर कहने ही क्या. 2007 में पाकिस्तान की टीम भारत दौरे पर आई थी. तब कानपुर वनडे में गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच जोरदार टक्कर हो गई थी. गंभीर ने अफरीदी की एक गेंद पर चौका लगाया था और अगली गेंद पर 1 रन लेने के दौरान उनकी अफरीदी से टक्कर हो गई थी. इसके बाद दोनों के बीच जमकर नोंकझोंक हुई थी. बाद में मैच रैफरी ने दोनों पर भारी जुर्माना ठोका था.
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Tags: Asia cup, Gautam gambhir, Harbhajan singh, India Vs Pakistan, Shahid afridi, Shoaib Akhtar
FIRST PUBLISHED : August 31, 2023, 14:43 IST
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