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थकान ही तो है…कहीं यही सोच कर लापरवाही तो नहीं कर रहे आप? जीवन में लाएं ये 5 बदलाव, तबाह होने से बच जाएगी जिंदगी
Tiredness due to mental problem: थकान ही तो है…ये सोच कहीं आपके अंदर तो नहीं है? अगर हां, तो ये आपकी सबसे बड़ी भूल हो सकती है. दरअसल, थकान हंसती-खेलती जिंदगी को तबाह करने के लिए काफी है. कई बार ये थकान तनाव का भी कारण बन सकती है, जोकि हमें डिप्रेशन तक में धकेल सकती है. बता दें कि, हमारी हर फिजिकल एक्टिविटी का संबंध दिमाग से होता है. दरअसल, जब हम खुद में कमजोरी महसूस करते हैं, तो हम शारीरिक सेहत पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन मानसिक सेहत को अनदेखा कर जाते हैं. जबकि तनाव भी थकान का ही एक कारण हो सकता है. ऐसे में न तो सुकून की नींद आती है और न ही खाने का मन करता है. ऐसे में थकान को अनदेखा करना घातक साबित हो सकता है. अब सवाल है कि थकान सेहत के लिए कैसे घातक? क्या हो सकती समस्याएं? कैसे करें बचाव? इस सवालों के बारे में बता रही हैं लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर एवं मनोचिकित्सक डॉ. प्रेरणा कुकरेती-
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डॉ. प्रेरणा कुकरेती बताती हैं कि कई लोगों की जिंदगी में भविष्य की चिंता, काम और घर का तनाव पूरी तरह हावी है. ऐसी स्थिति में लोगों को न तो सोते समय सुकून मिल पाता है और न ही जागते समय हम खुश रह पाते हैं. इसके चलते शरीर के हार्मोन तेजी से प्रभावित होते हैं. इससे सिर दर्द, पेट दर्द, भूख न लगना और किसी काम में ठीक से मन न लगना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. (Image- Canva)
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एक्सपर्ट के मुताबिक, तनाव के चलते हम थकान और कमजोरी का अनुभव करते हैं. इसके लिए हमें अपने डेली रुटीन में बदलाव लाना होगा. इस स्थिति में हमें उस काम को करने की कोशिश करनी होगी, जिसमें हमारा मन लगता हो. इसके अलावा योग, ध्यान, एक्सरसाइज और मार्निग वॉक भी करना चाहिए. ऐसा करने से इस परेशानी से निजात पाया जा सकता है. (Image- Canva)
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डिप्रेशन एक ऐसी प्रॉब्लम है, जिससे तमाम लोग जूझ रहे हैं. इसके लक्षणों में से थकान भी है. साथ ही, डिप्रेशन होने पर किसी भी काम को करने में मन नहीं लगता है. सीधे शब्दों में कहें, तो अवसाद यानी डिप्रेशन हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों को प्रभावित करता है. यदि आप इस समस्या से ग्रसित हो रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें, बल्कि तुरंत साइकाइट्रिस्ट की सलाह लें. (Image- Canva)
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डॉक्टर बताती हैं कि, अक्सर काम की भागदौड़ में हम अपनी दिनचर्या बिगाड़ लेते हैं. इसके चलते टाइम पर न खाना खाते हैं और सोते हैं. इसका असर सबसे पहले हमारे दिमाग पर पड़ता है. जानकारों के अनुसार मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है. इसके साथ ही हमें समय पर सोना और समय से बिस्तर छोड़ने की आदत बनानी चाहिए. अनुशासित दिनचर्या हर तरह से हेल्दी रहने के लिए बहुत आवश्यक है. (Image- Canva)
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तनाव से बचाएंगे ये बदलाव: थकान से होने वाले तनाव से बचने के लिए कुछ काम जरूर करने चाहिए. जैसे- हमेशा ऐसा काम चुने, जो आपको पसंद हो, ऑफिस की बातें और काम ऑफिस तक ही सीमित रखें, हमेशा अपनी बात खुलकर कहें, फुरसत के पलों में अपने मन के अनुसार काम करें और तनाव से दूर रहें. (Image- Canva)
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