DMCA.com Protection Status डेब्‍यू टेस्‍ट में बनाया रिकॉर्ड फिर आंखों में आई समस्‍या, रिचर्ड्स भी फैन – News Market

डेब्‍यू टेस्‍ट में बनाया रिकॉर्ड फिर आंखों में आई समस्‍या, रिचर्ड्स भी फैन

डेब्‍यू टेस्‍ट में बनाया रिकॉर्ड फिर आंखों में आई समस्‍या, रिचर्ड्स भी फैन

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नई दिल्‍ली. वेस्‍टइंडीज (West Indies cricket team) के लॉरेंस रोव (Lawrence Rowe) को दुनिया के बेहतरीन बैटरों में शुमार किया जाता था. 1972 में अपने डेब्‍यू टेस्‍ट में ही उन्‍होंने पहली पारी में दोहरा शतक और दूसरी पारी में नाबाद शतक जमाकर बड़ा धमाका किया था. रोव के बाद टेस्‍ट क्रिकेट में यह करिश्‍मा अन्‍य कोई भी बैटर दोहरा नहीं पाया है. लॉरेंस रोव की आकर्षक और लयबद्ध बैटिंग के महान विव रिचर्ड्स (Viv Richards) और माइकल होल्डिंग (Michael Holding) भी मुरीद थे. टेस्‍ट में एक तिहरा शतक भी लंबे कद के बैटर रोव के नाम पर दर्ज है.

हालांकि शुरुआती दौर की चमक को लॉरेंस लंबे समय तक बरकरार नहीं रख सके. क्रिकेट करियर के दौरान ही उनके ‘विजन’ में समस्‍या आ गई. घास से अलर्जी के कारण भी उनका करियर प्रभावित हुआ. इसके परिणामस्‍वरूप 30 टेस्‍ट और 11 वनडे के बाद ही उनके करियर पर विराम लग गया.

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न्‍यूजीलैंड के खिलाफ किया ‘धमाकेदार’ टेस्‍ट डेब्‍यू
जमैका के किंग्‍स्‍टन शहर में जन्‍मे लॉरेंस रोव ने 23 वर्ष की उम्र में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ अपने करियर का आगाज किया. यह वह दौर था जब गैरी सोबर्स, लांस गिब्‍स और रॉय फ्रेड्रिक्‍स जैसे स्‍टार प्‍लेयर वेस्‍टइंडीज टीम में थे लेकिन रोव ने डेब्‍यू टेस्‍ट में धमाकेदार प्रदर्शन से इन दिग्‍गजों की चमक को भी फीका कर दिया. टेस्‍ट की पहली पारी में उन्‍होंने 19 चौकों और एक छक्‍के की मदद से 214 रन बनाए. पहली ही टेस्‍ट पारी में दोहरे शतक के जश्‍न को ‘दोगुना’ करते हुए उन्‍होंने दूसरी पारी में 153 गेंदों पर 13 चौकों की मदद से नाबाद 100 रन बनाए थे.

टेस्‍ट क्रिकेट में लॉरेंस रोव के बाद पाकिस्‍तान के यासिर हमीद ही डेब्‍यू टेस्‍ट की दोनों पारियों में शतक जमाने का कारनामा कर सके हैं. बहरहाल, डेब्‍यू टेस्‍ट में दोहरा शतक और शतक बनाने के वेस्‍टइंडीज के इस क्रिकेटर की उपलब्धि को अब तक कोई दोहरा नहीं सका है.

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इंग्‍लैंड के खिलाफ बनाया था तिहरा शतक

रोव ने 30 टेस्‍ट के करियर में 43.55 के औसत से सात शतक लगाए जिसमें एक तिहरा शतक भी शामिल रहा. यह तिहरा शतक उन्‍होंने मार्च 1974 में इंग्‍लैंड के खिलाफ ब्रिजटाउन टेस्‍ट में बनाया. आमतौर पर तीसरे नंबर पर बैटिंग करने वाले रोव ने इस मैच में रॉय फ्रेड्रिक्‍स के साथ पारी की शुरुआत की और 430 गेंदों पर 36 चौकों और एक छक्‍के की मदद से 302 रन बनाए थे. इस पारी के दौरान उनकी आक्रामक बैटिंग के आगे बॉब विलिस, टोनी ग्रेग और क्रिस ओल्‍ड जैसे गेंदबाज बेबस नजर आए थे. विलिस की बाउंसर पर हुक करके लगाया गया छक्‍का रोव की इस पारी का सबसे बेहतरीन शॉट आंका गया था.

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घास से अलर्जी और ‘विजन’ में आई समस्‍या 

इस समय तक लॉरेंस रोव का करियर पूरे उफान पर था लेकिन अचानक मानो किसी की नजर लग गई. उन्‍हें घास से अलर्जी की शिकायत हुई, साथ ही आंखों में समस्‍या के कारण बैटिंग का उनका ‘मिडाज टच’ भी जाता रहा. सर्जरी के बाद उन्‍होंने कांटेक्‍ट लैंस लगाकर क्रिकेट में वापसी की लेकिन हैंड-आई कोआर्डिनेशन के इस बेहतरीन बैटर के खेल में पहले जैसा जादू नहीं दिखा. फरवरी 1980 में रोव ने अपना आखिरी टेस्‍ट खेला. 30 टेस्‍ट में 43.55 के औसत से 2047 और 11 वनडे में 17 के औसत से 136 रन उनके नाम पर दर्ज हैं.

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रंगभेद के समय दक्षिण अफ्रीका का दौरा कर बने थे ‘विलेन’
अश्‍वेत रोव ने इसी समय एक ऐसा फैसला किया जिसने उनके नाम पर बड़ा दाग लगा दिया. रोव ने रंगभेद के लिए प्रतिबंधित दक्षिण अफ्रीका का 1980 में दौरा किया. इसके कारण अपने ही मुल्‍क जमैका और शहर किंग्‍स्‍टन में उन्‍हें आड़े हाथ लिया गया. रोव बाद में अमेरिका के मियामी शहर में सेटल हो गए. इंटरनेशनल करियर में लॉरेंस रोव ने भले ही ज्‍यादा मैच नहीं खेले लेकिन बैटर के तौर पर उन्‍हें काफी ऊंचा रेट किया गया.

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होल्डिंग बोले-बॉल हमेशा उनके बैट के बीच में लगती थी
महान बैटर विव रिचर्ड्स भी रोव के प्रशंसकों में शामिल थे. रिचर्ड्स ने रोव का निकनेम ‘YAGGA’ अपने घर की फेंसिंग में भी लिखवा रखा था. वेस्‍टइंडीज के महान तेज गेंदबाजों में से एक माइकल होल्डिंग ने रोव के बारे में कहा था, ‘मैं कभी भी किसी को लॉरेंस रोव की तरह बैटिंग करते हुए देखने की कल्‍पना नहीं कर सकता. उनकी जिस बात ने मुझे सबसे ज्‍यादा प्रभावित किया वह यह थी कि बॉल को खेलने की कोशिश के दौरान उन्‍होंने कभी भी शॉट मिस नहीं किया. उन्‍होंने जो भी स्‍ट्रोक खेला, हर बार गेंद उनके बैट के बीचोंबीच लगी. उनकी नजर बिल्‍ली की तरह तेज थी और शॉट खेलने के लिए उनके (रोव के) पास पर्याप्‍त समय होता था.’

Tags: Cricket, Michael holding, Test cricket, Viv richards, West Indies Cricket Team, West Indies Cricketer



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