DMCA.com Protection Status जब बॉलर्स के लिए खौफ बने थे ‘वीरू’, टेस्‍ट में एक दिन में ठोके थे 284 रन – News Market

जब बॉलर्स के लिए खौफ बने थे ‘वीरू’, टेस्‍ट में एक दिन में ठोके थे 284 रन

जब बॉलर्स के लिए खौफ बने थे 'वीरू', टेस्‍ट में एक दिन में ठोके थे 284 रन

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हाइलाइट्स

श्रीलंका के खिलाफ टेस्‍ट के दूसरे दिन 284 रन पर थे नाबाद
सहवाग के पास इस टेस्‍ट में था तिहरा शतक जड़ने का मौका
ऐसा करते तो टेस्‍ट में तीन तिहरे शतक बनाने वाले बैटर बनते

नई दिल्‍ली. वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) को अपनी धमाकेदार बैटिंग से ‘बोरिंग’ हो रहे टेस्‍ट क्रिकेट में नई जान फूंकने का श्रेय दिया जाता है. सहवाग ने टी20 और वनडे क्रिकेट की ही तरह पांच दिन के क्रिकेट में भी तगड़े स्‍ट्राइक रेट के साथ बैटिंग की परंपरा शुरू की. यह उनकी बैटिंग का ही असर था कि टेस्‍ट क्रिकेट देखने के लिए ज्‍यादा संख्‍या में दर्शक स्‍टेडियम पहुंचने लगे और टेस्‍ट मैचों का परिणाम आने से इस फॉर्मेट का रोमांच भी लौटा. जैसा खौफ विपक्षी गेंदबाजों पर सहवाग का रहा,शायद ही किसी का रहा हो.वे पहली गेंद खेल रहे हों या सेट हो चुके हों,कमजोर गेंद को बाउंड्री के बाहर भेजने में कभी परहेज नहीं किया. कई बार तो बेहतरीन गेंदों को भी सहवाग इस खूबी से चौके/छक्‍के के लिए बाउंड्री से बाहर भेजते थे कि गेंदबाज असहाय खड़ा देखता रह जाता था.

सहवाग की गेंद को हिट करने की इसी काबलियत के कारण पाकिस्‍तान के पूर्व कप्‍तान इंजमाम उल हक (Inzamam-ul-Haq) ने एक बार कहा था, ‘न तो इसकी अपनी इज्‍जत है, न ये किसी की इज्‍जत करता है. सहवाग विकेट पर खड़ा हो जाता था तो रनों के फ्लो को रोकना और फील्‍ड सेट करना मुश्किल होता था. उसके खिलाफ कप्‍तानी करना बेहद मुश्किल था.’

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वीरू ने अपनी यह काबलियत 13 साल पहले श्रीलंका के खिलाफ (India vs Sri Lanka) मुंबई टेस्‍ट (Mumbai Test) में दिखाई थी जब उन्‍होंने एक दिन में ही नाबाद 284 रन ठोककर विपक्षी बॉलर्स को असहाय बना दिया था. यह कारनामा उन्‍होंने ठीक 13 साल पहले किया था.मुंबई के ब्रेबोर्न पर 2 दिसंबर 2009 से शुरू हुए इस मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी थी. पहले दिन स्‍टंप्‍स के समय श्रीलंकाई टीम की पहली पारी का स्‍कोर 89 ओवर्स में 366/8 था.

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मैच का दूसरा दिन, यानी 3 दिसंबर पूरी तरह से विस्‍फोटक वीरेंद्र सहवाग के नाम पर रहा था जिन्‍होंने श्रीलंकाई गेंदबाजी को तहस-नहस करते हुए भारत (Team India)की पहली पारी का स्‍टंप्‍स के समय स्‍कोर 443/1 (79 ओवर्स) तक पहुंचा दिया था. खेल समाप्ति के समय सहवाग 284 और द्रविड़ 62 रन पर नाबाद थे.मुरली विजय (87) आउट होने वाले एकमात्र बैटर रहे थे.दूसरे दिन श्रीलंका टीम ने पांच ओवर खेलकर 94.4 ओवर में अपनी पारी 393 के स्‍कोर पर खत्‍म की थी,नहीं तो वीरू इसी दिन तिहरा शतक जमा सकते थे. मैच के तीसरे दिन सहवाग के पास तिहरा शतक बनाने का मौका था. यदि वे ऐसा करते तो टेस्‍ट क्रिकेट में तीन तिहरे शतक जमाने वाले दुनिया के इकलौते बैटर बन जाते लेकिन दुर्भाग्‍य से वे 293 रन पर आउट होकर यह मौका चूक गए. भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी 726/9 के स्‍कोर पर घोषित की थी और मैच पारी के अंतर से जीता था.

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टेस्‍ट में एक दिन में बनाया गया तीसरा सर्वोच्‍च स्‍कोर
मजे की बात यह है कि सहवाग का नाबाद 284 का स्‍कोर किसी टेस्‍ट के एक दिन में बनाया गया तीसरा सर्वोच्‍च स्‍कोर है. टेस्‍ट के एक दिन में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड, सर डॉन ब्रेडमैन के नाम पर है जिन्‍होंने 1930 में एक टेस्‍ट के पहले दिन 309 रन (बनाम इंग्‍लैंड) बनाए थे.दूसरे स्‍थान पर इंग्‍लैंड के वाली हेमंड हैं जिन्‍होंने 1933 में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ टेस्‍ट के एक दिन में 295 रन बनाए थे.

Tags: India Vs Sri lanka, Virender sehwag

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