DMCA.com Protection Status गढ़वाल के मरीजों के लिए खुशखबरी, अब इस अस्पताल में 12 घंटे मिलेगी डायलिसिस की सुविधा – News Market

गढ़वाल के मरीजों के लिए खुशखबरी, अब इस अस्पताल में 12 घंटे मिलेगी डायलिसिस की सुविधा

गढ़वाल के मरीजों के लिए खुशखबरी, अब इस अस्पताल में 12 घंटे मिलेगी डायलिसिस की सुविधा

[ad_1]

कमल पिमोली/श्रीनगर गढ़वाल.डायलिसिस कराने के लिए अब उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के मरीजों को मैदानी इलाकों के चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. बेस अस्पताल श्रीनगर गढ़वाल में अब दो शिफ्ट में मरीज डायलिसिस करा सकते हैं. जिसका अब चमोली, टिहरी, पौड़ी, रूद्रप्रयाग के दूरस्थ  क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को लाभ मिल पायेगा. बेस अस्पताल श्रीनगर में छह घंटे के बजाय पूरे 12 घंटे की डायलिसिस सुविधा चालू कर दी गई है.

आपको बता दें कि बेस अस्पताल श्रीनगर गढ़वाल के चमोली, रूद्रप्रयाग, पौड़ी का हायर सेंटर हैं. यहां दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों से मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. डायलिसिस के मरीजों को पहले डायलिसिस कराने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. 8 से 2 बजे तक ही डायलिसिस होने के चलते कई मरीजों को कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था. मैदानी इलाकों का रूख करना पड़ता था.

दो शिफ्ट में होगा डायलिसिस

बेस चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम जानकारी देते हुए बताते हैं कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत के निर्देशन पर डायलिसिस कराने वाले मरीजों की दो शिफ्ट शुरु करा दी गई है. पहले डायलिसिस की सुविधा बेस अस्पताल में सुबह आठ बजे से दो बजे तक होती थी, लेकिन अब दोपहर दो बजे से सायं आठ बजे तक दूसरी शिफ्ट में भी डायलिसिस की सुविधा मरीजों को उपलब्ध हो पाएगी. जिसका लाभ गढ़वाल के पहाड़ी जिलों के मरीज ले सकेगे.

नर्सिंग स्टाफ की भर्ती से बढ़ी सुविधा

हाल ही में बेस अस्पताल में नियुक्त हुए स्थाई नर्सिंग स्टॉफ से कर्मचारियों की संख्या बढने के कारण डायलिसिस की सुविधा दो शिफ्टों में शुरू कर दी गई है.डायलिसिस यूनिट मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. केएस बुटोला ने बताया कि बीते माह से अभी तक 69 मरीज विभिन्न क्षेत्रों से डायलिसिस के लिए यहां पहुंच चुके हैं.

क्यों कराते हैं डायलिसिस

जब किडनी फेल या फिर सक्षम नहीं होती हैं तो शरीर के अपशिष्ट उत्पादों, खून के अलावा अन्य तरल पदार्थों को निकालने के लिए डायलिसिस का सहारा लिया जाता है. यह एक तरह से किडनी के फेल होने के बाद रिकवरी या फिर व्यक्ति को जीवित रखने के लिए किया जाने वाले इलाज है. सरकारी अस्पतालों में निशुल्क से लेकर 700 रुपए में मरीज की डायलिसिस हो जाती है, जबकि प्राइवेट अस्पताल में डायलिसिस के लिए डेढ़ से दो हजार रुपए व प्रतिमाह दवा से लेकर अन्य उपकरणों के लिए 5 हजार तक खर्च आ सकता है.

Note: ख़बरों की ओवरडोज के बीच, कभी आपसे किसी ने पूछा है कि आपको क्या पसंद है? खबर पढ़ना या वीडियो देखना. इसलिए Local-18 पूछ रहा है, आपको कैसी खबरें चाहिए? फॉर्म भरने में 1 मिनट से ज्यादा नहीं लगेगा. क्योंकि हमारे जुड़ाव की कहीं से तो शुरुआत होगी…आइये सालों पुरानी कुछ आदतें बदलें!  यहां क्लिक करें और सर्वे में हिस्सा लें…

Tags: Hindi news, Local18

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *