DMCA.com Protection Status इंजेक्शन ल‍िया, टखने से खून निकाला गया, फ‍िर भी… पंड्या ने दी प्रत‍िक्रिया – News Market

इंजेक्शन ल‍िया, टखने से खून निकाला गया, फ‍िर भी… पंड्या ने दी प्रत‍िक्रिया

हार्दिक पंड्या के कॉन्ट्रैक्ट पर उठे सवाल तो दिग्गज ने निकाली क्रोनोलॉजी, एक-एक कर दिए जवाब, खोल दिए सारे धागे

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हाइलाइट्स

पंड्या की चोट वर्ल्‍ड कप के दौरान उभर आई थी
भारतीय ऑलराउंडर एड़ी की चोट से परेशान था

नई द‍िल्‍ली. भारतीय क्र‍िकेट टीम के अनुभवी ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने अपनी इंजरी पर पहली बार मुंह खोला है. पंड्या का कहना है क‍ि प‍िछले साल वर्ल्‍ड कप के मैचों के ल‍िए फिटनेस हासिल करने की बेताबी में उन्‍होंने कई इंजेक्शन ल‍िए और अपने टखने से खून के थक्के हटाने जैसे मुश्किल उपायों का सहारा लिया. बावजूद इसके उनकी चोट और बढ़ गई और इस भारतीय खिलाड़ी को वनडे विश्व कप से बाहर बैठना पड़ा. विश्व कप के दौरान भारत के चौथे मैच में बांग्लादेश के खिलाफ गेंदबाजी के दौरान अपने पहले ओवर के बाद पंड्या लंगड़ाते हुए मैदान से बाहर गए थे. वह इसके बाद टीम में वापसी नहीं कर सके.

हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘मैंने अपनी एड़ी पर तीन अलग-अलग जगहों पर इंजेक्शन लगवाए और सूजन के कारण मुझे अपने टखने से खून निकलवाना पड़ा. मैं (विश्व कप के शेष मैच खेलने पर) हार नहीं मानना चाहता था. टीम के लिए मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं. अगर एक प्रतिशत भी टीम में वापसी की संभावना हो तो मैं अपनी ओर से पूरा प्रयास करता हूं.’ पंड्या ने कहा कि उन्हें पता था कि कड़ी मेहनत करने से विपरीत परिणाम मिल सकते हैं. उन्होंने घरेलू सरजमीं पर खेले गए विश्व कप के दौरान टीम में वापसी के लिए यह जोखिम उठाया.

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‘मैं चलने में सक्षम नहीं था’
बकौल पंड्या, ‘मुझे पता था कि (अगर) मैं खुद को चोट से उबरने के लिए ज्यादा प्रयास करूंगा तो मैं लंबे समय तक के लिए चोटिल हो सकता हूं. जब मैं अपनी ओर से पुरजोर कोशिश कर रहा था तो यह चोट फिर से उबर गई और यह ऐसी चोट में तब्दील हो गई जिससे उबरने में तीन महीने का समय लगता. मैं चलने में सक्षम नहीं था लेकिन मैं उस समय दौड़ने की कोशिश कर रहा था. इस 30 साल के खिलाड़ी को पांच दिनों में टीम में वापसी का भरोसा था लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ.

‘मैंने 10 दिनों तक वापसी की कोशिश की’
पंड्या ने कहा, ‘जब मैं (चोट के बाद मैदान से बाहर) आया, तो मैंने टीम को सूचित किया कि मैं 5 दिन में वापस आऊंगा. मैंने 10 दिनों तक वापसी की कोशिश की, वापसी करने और टीम में फिर से शामिल होने के लिए दर्द निवारक दवाएं लीं. लेकिन यह अलग तरह की चोट थी और इसके बारे में बहुत कम लोग जानते थे. पंड्या ने कहा कि विश्व कप में पूरी तरह से नहीं खेल पाने का बोझ हमेशा उनके दिल पर रहेगा.

Tags: Hardik Pandya, ODI World Cup, Team india

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